बिलासपुर : नीम की पत्ती क़े औषधीय गुण से आज लगभग सभी परिचित है परन्तु नए ज़माने के युवा इसका प्रयोग कम करते है। नीम की पत्ती , छाल और टहनी सभी चिकित्सकीय प्रयोग में चमत्कारिक परिणाम देती है। अटल बिहारी यूनिवर्सिटी बिलासपुर के कुलपति प्रोफसर वाजपेयी ने अपने कॉलेज परिसर में एक व्यवस्था अभी कुछ दिन से संक्रमण को फैलने से रोकने हेतु की है जो कि बिलकुल फ्री और आयुर्वेद पद्दति को बढ़ावा देने वाली है।

प्रोफेसर वाजपेयी के अनुसार जब भी कोई व्यक्ति प्रशासनिक भवन में आता है तो सुरक्षा गार्ड नीम की तीन पत्ती चबाने के लिए देता है। जो तीन फायदे जरूर पहुंचाता है।

  1. पहला मुख दन्त को साफ़ करता है
  2. दूसरा अगर स्वाद में कड़वापन आ रहा है तो इसका मतलब संक्रमण मुक्त है।
  3. तीसरा – इम्युनिटी बढ़ाने में सहायक होता है।

प्रोफेसर वाजपेयी कहते है महामारी संक्रमण क़े प्रभाव को कम करने में नीम का प्रयोग सदैव कारगर रहा है साथ ही इसके प्रयोग से शरीर में उत्पन्न अन्य रक्त विकार भी दूर होते है।

उनके इस प्रकार क़े नवाचार से प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है साथ ही अन्य लोग भी प्रेरित होकर इस व्यवस्था को लागू करने में लगे हुए है।