प्रदेश की त्रिस्तरीय पंचायतीराज संस्थाओं द्वारा स्थानीय स्वशासन में आईसीटी (Information & Communication Technology) के बेहतर उपयोग के लिए छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय ई-पंचायत पुरस्कारों में दूसरा स्थान मिला है। केन्द्रीय पंचायती राज मंत्रालय द्वारा सभी राज्यों की पंचायतों में आईसीटी और ई-एप्लीकेशन के प्रभावी उपयोग का मूल्यांकन कर बेहतर प्रदर्शन करने वालों राज्यों को ई-पंचायत पुरस्कार प्रदान किया जाता है। तीन अलग-अलग वर्गों में दिए जाने वाले इस पुरस्कार में छत्तीसगढ़ को प्रथम वर्ग (Category-I) में असम के साथ संयुक्त रूप से दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है। भारत सरकार द्वारा पंचायतों के कार्यों में पारदर्शिता, दक्षता और जवाबदेही के लिए आईसीटी के उपयोग को बढ़ावा देने हर वर्ष ई-पंचायत पुरस्कार प्रदान किया जाता है।

पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने प्रदेश की इस उपलब्धि के लिए सभी पंचायत प्रतिनिधियों और विभागीय अधिकारियों-कर्मचारियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि सूचना एवं संचार की नई तकनीकों और ई-एप्लीकेशन ने सरकार और पंचायतों की बीच सूचना के प्रवाह को आसान व तेज बनाया है। विभिन्न शासकीय योजनाओं और कार्यक्रमों के प्रभावी क्रियान्वयन में भी यह बहुत मददगार है। पंचायतों में जनोपयोगी रिकॉर्ड और डॉटा के संकलन और संधारण को भी सूचना प्रौद्योगिकी ने सुविधाजनक बनाया है।