कोरोना के बिगड़ते हालात पर शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा की. केजरीवाल ने पीएम से कहा कि देश के सभी ऑक्सिजन प्लांट्स को तुरंत आर्मी के जरिए केंद्र सरकार अपने कब्जे में ले ले। ऑक्सिजन प्लांट से निकलने वाले हर ट्रक के साथ एक आर्मी का एस्कॉर्ट्स वीकल रहेगा, तो फिर कोई उस ट्रक को रोक नहीं पाएगा। जानते हैं बैठक में दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने क्या कहा और पीएम मोदी ने क्या बातें कहीं।
मेरे फोन बजते रहते हैं सर’
दिल्ली के सीएम ने कहा कि बढ़ाए वाले कोटे में से भी साढ़े तीन सौ टन ऑक्सीजन दिल्ली पहुंच पाई है। प्रधानमंत्री जी जब से यह ऑक्सिजन का संकट शुरू हुआ है, मेरे फोन बजते रहते हैं। कभी कोई अस्पताल कहता है कि तीन घंटे की ऑक्सिजन बची है। कभी कोई अस्पताल कहता है कि दो घंटे की ऑक्सिजन बची है। हम कारण जानने की कोशिश करते हैं, तो पता चलता है कि पीछे किसी राज्य ने दिल्ली के लिए ऑक्सिजन लाने वाले ट्रक को रोक रखा है। हमने मदद के लिए केंद्र सरकार के कुछ मंत्रियों को फोन किए। शुरू में उन्होंने खूब सहयोग किया सर, लेकिन अब वे भी बेचारे थक गए हैं। सर देश के संसाधनों पर 130 करोड़ लोगों का अधिकार है ना, अगर दिल्ली में ऑक्सिजन की फैक्टरी नहीं है तो क्या दिल्ली के दो करोड़ लोगों को ऑक्सिजन नहीं मिलेगी।
मोदी केजरीवाल को टोकते हुए कहते हैं, ‘एक मिनट, एक बात मैं कहना चाहूंगा कि ये हमारी जो परंपरा है, हमारे जो प्रोटोकॉल हैं, उसके खिलाफ हो रहा है कि कोई मुख्यमंत्री ऐसी इनहाउस मीटिंग को लाइव टेलीकास्ट करे। ये उचित नहीं है, हमें हमेशा संयम पालन करना चाहिए।’
केजरीवाल शांत हो जाते हैं। उनका टोन भी ढीला पड़ जाता है और बाेलते हैं, ‘ठीक है सर, इसका ध्यान रखेंगे आगे से। सर मैं सभी आत्माओं को शांति मिले जिन-जिन लोगों का इस दौरान कोरोना की वजह से देहांत हो गया और उनके परिवारों को दुख सहने की शक्ति दे। अगर सर मेरी तरफ से कोई गुस्ताखी हुई है… मैंने कुछ कठोर बोल दिया, मेरे आचरण में कोई गलती हुई है, गुस्ताखी हुई है तो उसके लिए मैं माफी चाहता हूं। अभी तक जितने प्रेजेंटेशन हुए, वो अच्छे थे। आपने जो हमें निर्देश दिए हैं उसका पालन करेंगे।’ इसके बाद चौतरफा आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए।