इंदौर में चिकित्सक और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच नोक झोक को लेकर आखिरकार कलेक्टर मनीष सिंह ने खेद जताकर मामले को शांत कर दिया है । कलेक्टर मनीष सिंह ने अपने व्यवहार को लेकर डॉक्टर पूर्णिमा गडरिया के लिए खेद जताया। जिसके बाद डॉक्टर्स काम पर लौट गए।
आपको बता दें दो दिन पहले डॉक्टर पूर्णिमा ने कलेक्टर की प्रशासनिक अभद्र व्यवहार को लेकर व्यक्तिगत भावना को ठेस लगा , होकर इस्तीफा दे दिया था जिससे पूरा स्वास्थ्य विभाग ने कलेक्टर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था । डॉक्टर्स के हड़ताल पर जाने पर मंत्री, विधयक, सांसद सभी डॉक्टर्स को मनाने में लगे रहे। फिर भी बात नहीं मनी। आज कलेक्टर ने खेद प्रकट करते हुए कहा कि यदि हम प्रॉटक्शन देते हैं, मोटीवेशन करते हैं, गाइड करते हैं तो नाराजगी भी प्रशासनिक कार्यवाही का ही हिस्सा है। इसमें कोई इश्यू नहीं है। मैंने यही बात कही भी। फिर यदि व्यक्तिगत रूप से कोई बुरा लगा हो तो मैडम को कहा है कि वे जिन शब्दों में चाहें, मैं खेद व्यक्त करने को तैयार हूं। उन्होंने मुझसे कहा कि मेरा भी कोई ऐसा उद्देश्य नहीं था। बुरा लगा तो इस्तीफा दे दिया था। बस इतनी ही बात थी। उन्होंने डॉक्टर के काम की तारीफ भी की। डॉक्टर्स अब काम पर लौट गए है।