सुनो खबर फैक्ट (New Delhi):  भारत में बढ़ाते कोरोना सँकराम और वायरस के अपने वेरिएंट स्वरुप को लेकर विभिन्न मीडिया में ऐसी खबरें आ रही है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बी.1.617 को एक वैश्विक चिंता वाले वैरिएंट के रूप में वर्गीकृत किया है। इनमें से कुछ रिपोर्ट में बी.1.617 वैरिएंट का उल्लेख कोरोना वायरस के “भारतीय वैरिएंट” के रूप में किया है। जो की निराधार और बेबुनियाद हैं। सुनो खबर द्वारा इसकी पुष्टि केंद्रीय समाचार एजेंसी माध्यम से की गयी है
यह स्पष्ट किया जाता है कि डब्ल्यूएचओ ने अपने 32 पृष्ठ के दस्तावेज में कोरोना वायरस के बी.1.617 वैरिएंट के साथ “भारतीय वैरिएंट” शब्द नहीं जोड़ा है। वास्तव में, इस मामले से जुड़ी रिपोर्ट में “भारतीय” शब्द का ही उपयोग नहीं किया गया है।

भारत में अभी जिस वैरिएंट का कहर दिख रहा है, वह ब्रिटेन, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका के वैरिएंट के बाद कोरोना का चौथा प्रकार माना जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दावा किया है कि Covid-19 के भारतीय वैरिएंट को 44 देशों में पाया गया है। इस पर केंद्र ने कहा कि WHO ने B.1.617 वैरिएंट को वैश्विक चिंता बताया है, लेकिन कई रिपोर्ट्स में  म्यूटेंट को भारतीय वैरिएंट कहा गया है, जो निराधार है और बिना किसी आधार के है।