कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस में रविंद्र चौबे ने कहा कि छत्तीसगढ़ में मानसून का सीजन खेती के लिए सबसे महत्वपूर्ण है। खरीफ की बोनी शुरू हो चुकी है। हमारे यहां खरीफ का रकबा बढ़ता जा रहा है। हमने केंद्र सरकार से यूरिया, पोटाश, फास्फेट इस प्रकार से 12 लाख मीट्रिक टन उर्वरक की मांग की थी। केंद्र ने इसका अनुमोदन भी किया। इसके बाद भी छत्तीसगढ़ को आवंटित खाद नहीं मिल रही है।

रविंद्र चौबे ने आरोप लगाया कि भाजपा शासित राज्यों को पर्याप्त मात्रा में खाद दिया जा रहा है। मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश काे पर्याप्त मात्रा में खाद भेजा जा रहा है, लेकिन कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ को केंद्र सरकार कम खाद दे रही है। खाद आपूर्ति में छत्तीसगढ़ के साथ भेदभाव के आरोप लगाते हुए कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों के हित में निर्णय नहीं ले रही है, यह नेशनल क्राइम है।

DAP का कुल आवंटन 1 लाख 62 हजार 27 मीट्रिक टन है। कल 2 लाख 10 हजार 354 मीट्रिक टन का आर्डर हुआ, लेकिन आज तक 70 हजार 79 मीट्रिक टन DAP ही मिल पाई है। यह कुल आवंटित मात्रा का 43.25 प्रतिशत है। केवल जून में ही DAP की आवंटित मात्रा 80 हजार मीट्रिक टन है, लेकिन 23 हजार 268 मीट्रिक टन ही मिल पाया है।

बीजेपी का जवाब

कांग्रेस के सवालों का जवाब देते हुए बीजेपी किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष गौरीशंकर श्रीवास ने कहा कि राज्य सरकार अपनी नाकामियां छुपाने के लिए बार-बार केंद्र पर ठीकरा फोड़ती है. क्या राज्य की कांग्रेस सरकार केंद्र के बूते सत्तासीन हुई थी.