स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दिल्ली में वैक्सीन की किल्लत है। कल करीब डेढ़ लाख कोविशील्ड की वैक्सीन आई है और अब हमारे पास करीब 1 लाख 68 लाख वैक्सीन है, जो आज और कल दोपहर तक चल ही पाएगी। इसके बाद फिर दिल्ली में वैक्सीन की किल्लत हो जाएगी। उन्होंने कहा कि वैक्सीन की कमी के चलते दिल्ली में करीब 500 वैक्सीनेशन बंद करने पड़े हैं, लेकिन जैसे ही वैक्सीन मिल जाएगी, हम सारे सेंटर पुनः खोल देंगे। हम पहले ही कह चुके हैं कि हमारे पास वैक्सीनेशन की क्षमता है और हमें तीन से चार लाख वैक्सीन रोजना चाहिए।
स्वास्थ्य मंत्री ने तीन महीने के अंदर पूरी दिल्ली को वैक्सीनेशन करने को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि हमें वैक्सीन मिल जाए, तो हम वैक्सीन खूब लगाने के लिए तैयार हैं। वैक्सीन की कमी के चलते हमें बार-बार अपने वैक्सीनेशन सेंटर को बंद करने पड़ रहे हैं। हम तो हरियाणा के सिस्टम पर चल नहीं सकते हैं कि वैक्सीन बचा कर रख लो। हम तो जो भी वैक्सीन मिल रही है, हम तुरंत लगा रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए सभी को वैक्सीन लगवाना बेहद जरूरी है। इसलिए हम लोगों ने सभी को वैक्सीन लगाने के लिए पूरी तैयारी कर रखी है। जैसे ही हमें वैक्सीन मिलेगी, हम लोगों को जल्द से जल्द लगा देंगे। स्वास्थ्य मंत्री ने कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर कहा कि मेरा यह मानना है कि कोरोना की संभावित लहर को रोका जा सकता है, लेकिन यह तभी संभव है, जब सभी लोग कोरोना के दिशा निर्देशों का पालन करेंगे। पिछली बार भी क्या हुआ था। जनवरी, फरवरी में कोरोना के केस बहुत कम हो गए थे। तब लोगों को लगा कि अब तो कोरोना खत्म हो गया है। लेकिन फिर केस बढ़ गए। इसलिए हमें यह नहीं मान लेना चाहिए कि कोरोना खत्म हो गया है। अभी हमें यही मान कर चलना है कि कोरोना की लहर दोबारा से आ सकती है। जब तक सोसायटी के अंदर कोराना का वायरस मौजूद है, यह फैल सकता है। इसलिए कोरोना से बचाव का एक ही तरीका है कि सभी लोग मास्क पहनें। अगर आप घर से बाहर निकलें और किसी से मिलें, तो मास्क जरूर पहनें।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना जब पीक पर था, तब भी दिल्ली के अस्पतालों के अंदर दिल्ली के बाहर से करीब 25 फीसद मरीज थे और दिल्ली सरकार के अस्पतालों में सबका मुफ्त इलाज किया गया। आज भी हमारे अस्पतालों में रोजाना 10 से 15 मरीज भर्ती होते हैं, उसमें भी 25 से 30 फीसद मरीज बाहर के ही होते हैं। हमने किसी को मना नहीं किया है।