2001 में, *गुलाब बसवनप्पा दानई (अप्पा)* ने *मार्केट यार्ड, लातूर* में मुलाकात की और उन्हें *(वृत्ति अदत सॉफ्ट) अदत सॉफ्टवेयर* का डेमो दिया और अपने 50 साल पुराने अदत व्यवसाय को कम्प्यूटरीकृत करने के लिए तुरंत हमारे सॉफ्टवेयर का चयन किया। अदत सॉफ्टवेयर में लातूर मार्केट यार्ड के लिए साहसिक निर्णय लिया और आवश्यक परिवर्तन किए। उन्होंने हमारी बहुत मदद की क्योंकि वे उस समय लातूर मार्केट यार्ड में अदत सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करने वाले पहले व्यापारी थे… और उस दिन से अप्पा हमारा मार्गदर्शक बन गया। पिताजी लातूर में हमारे पहले ग्राहक बने और *अब वे सिर्फ ग्राहक नहीं बल्कि हमारे शुभचिंतक और व्यवसायिक मार्गदर्शक हैं।

हम यह देखकर बहुत उत्साहित हैं कि उन्होंने 50 साल की उम्र में अपनी आदत की दुकान के सभी लेन-देन अपने लैपटॉप पर किए हैं …

इससे प्रेरित होकर आज हमारे कई संतुष्ट ग्राहक लातूर से हैदराबाद तक हैं और यह यात्रा पूरे देश में जारी है…

आज मुझे लातूर की यात्रा के दौरान उनसे मिलने का अवसर मिला.. दिलचस्प बात यह है कि मैंने अप्पा के घर के बगल में रहकर अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की थी… तब से, अप्पा और मेरे परिचित … संयोग!

उन्हें यह देखकर बहुत गर्व हुआ कि हमारी वृत्ति सॉल्यूशंस लिमिटेड आज पूरे भारत में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि यह सब हमारी मेहनत, लगन और ईमानदारी के कारण ही हुआ है।.!

वास्तव में, यह हमारी ग्राहक सेवा की एक पावती है….

लेकिन हम *सारा श्रेय* अप्पा को देते हैं… क्योंकि उन्होंने हम पर जो विश्वास रखा, उन्होंने हमें उनके *व्यापार विकास के लिए ग्राहक सेवा प्रदान करने का मौका दिया… इसलिए हम ऐसा कर पाए। और हाँ, अपेक्षित *आदत सॉफ्टवेयर समय पर* बनाने का सारा श्रेय हमारी *कंपनी सर्वसर्व श्री वीरेंद्र जमदादे सर और श्रीमती संगीता जमदादे मैडम* को जाता है… *ग्राहकों की संतुष्टि और सेवा के लिए प्रतिबद्ध* हमारी निरंतर सांस है.. .

आज आपसे मिलकर बहुत खुशी हुई और 20 साल पीछे जाने के बाद सब कुछ ज्ञानी हो गया.. मैं बहुत खुश था… काम करते रहने की नई ऊर्जा मिली..!

पिताजी* *जीवन पवार और वृत्ति परिवार* की ओर से बधाई अगली सफल यात्रा के लिए*…!