दो दिन के गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही और अमरकंटक प्रवास पर निकले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अमरकंटक पहुंच गए हैं। वहां उन्होंने मां नर्मदा के उद्गम स्थल का दर्शन कर विशेष पूजन किया। इससे पहले उन्होंने राजमेरगढ़ पहाड़ी स्थित तवा डबरा ज्वालेश्वर गांव पहुंचकर ग्रामीणों से मुलाकात की। बाद में उन्होंने कहा, राजमेरगढ़ को तपोस्थली के रूप में विकसित किया जाएगा।
तय कार्यक्रम के मुताबिक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अनूपपुर के राजेंद्रग्राम स्थित इंदिरा गांधी केंद्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय पहुंचे। वहां से कार से गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले के राजमेरगढ़ आए। यह छत्तीसगढ़ की सबसे ऊंची पहाड़ी चोटी मानी जाती है। राज्य सरकार वहां पर्यटन सुविधाएं बढ़ाने की कोशिश में है। मुख्यमंत्री उन कार्यों का भी जायजा लेने वाले हैं। वे पहले ही गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही को पर्यटन जिला बनाने की घोषणा कर चुके हैं। रायपुर हेलिपैड पर प्रेस से चर्चा में उन्होंने कहा, राजमेरगढ़ जा रहा हूं, ऐतिहासिक महत्त्व की भूमि है। हमारे लिए भी महत्वपूर्ण जगह है, दो दिन वहीं का दौरा रहेगा। मुख्यमंत्री के साथ ओएसडी चेतन बोरबारिया भी साथ में है। 4 बजे मुख्यमंत्री अमरकंटक में मां नर्मदा मंदिर पहुंचकर पूजन कार्यक्रम में सम्मिलित होंगे और रात विश्राम भी अमरकंटक में करेंगे।