रायपुर: गोसेवा आयोग के अध्यक्ष महंत रामसुंदर दास ने संत कालीचरण के बयान का खुले मंच से विरोध किया। ये वही संत कालिदास है जो हाल ही में भोपाल के शिव मंदिर भोजपुर में यू ट्यूब पर शिव स्रोत्र के कारण परिचित हुए। महात्मा गांधी को अपशब्द कहने और गोडसे को नमस्कार कहने पर महंत रामसुंदर दास ने कहा कि मैं इस कार्यक्रम से ताल्लुक नहीं रखता, हालांकि आयोजकों ने उन्हें मुख्य संरक्षक बनाया था। भड़के हुए लहजे में रामसुंदर दास ने साफ तौर पर कहा कि मंच से महात्मा गांधी को गाली दी गई है, हम इसका विरोध करते हैं। यह सनातन धर्म नहीं और ना ही धर्म संसद के मंच पर इस तरह की बात होनी होनी चाहिए। इतना कहकर महंत रामसुंदर दास मंच से उतर गए और तमतमाए हुए अंदाज में वापस दूधाधारी मठ लौट गए।

रायपुर में धर्म संसद-2021 में महाराष्ट्र से आए संत कालीचरण ने मंच से महात्मा गांधी को अपशब्द कहा । उन्होंने कहा कि इस्लाम का मकसद राजनीति के जरिए राष्ट्र पर कब्जा करना है। सन 1947 में हमने अपनी आंखों से देखा कि कैसे पाकिस्तान और बांग्लादेश पर इस्लामियों ने कब्जा किया। उन्होंने कहा कि मोहनदास करमचंद गांधी ने उस वक्त देश का सत्यानाश किया। नमस्कार है नाथूराम गोडसे को, जिन्होंने उन्हें मार दिया। इसके बाद कार्यक्रम के मुख्य संरक्षक और राज्य गोसेवा आयोग के अध्यक्ष महंत रामसुंदर दास ने इस बयान का विरोध करते हुए मंच छोड़ दिया।