मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने स्वास्थ्य मंत्री श्री सत्येंद्र जैन के साथ आज एलएनजेपी अस्पताल का दौरा कर कोरोना संबंधित तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान सीएम श्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि हम लॉकडाउन नहीं लगाएंगे। ‘आप’ की सरकार कोरोना की हर परिस्थिति से लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार है। अगर जरूरत पड़ेगी, तो हम 37 हजार बेड तक तैयार करके 10 से 11 हजार आईसीयू बेड तैयार कर सकते हैं। अच्छी बात है कि इस लहर में अस्पतालों में आने वाले कोरोना मरीज़ बेहद कम हैं, लेकिन फिर भी संक्रमण से बचें और अपना ध्यान रखें। सीएम अरविंद केजरीवाल ने बताया कि एलएनजेपी में 136 कोरोना मरीज भर्ती हैं। इनमें से सिर्फ 6 लोग कोरोना के इलाज के लिए आए थे, जबकि 130 लोग दूसरी बीमारियों के इलाज के लिए आए थे और जांच में वे भी कोरोना संक्रमित मिले। वहीं, अप्रैल में आई लहर में अधिकतर लोग कोरोना का ही इलाज कराने के लिए आ रहे थे। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमें बहुत ही मजबूरी में प्रतिबंध लगाने पड़ रहे हैं। लेकिन मैं यकीन दिलाना चाहता हूं कि जितना जल्दी हो सकेगा, हम प्रतिबंधों को हटा देंगे और कम से कम प्रतिबंध लगाने की कोशिश करेंगे। 

अप्रैल में आई लहर के मुकाबले में यह लहर बहुत ही माइल्ड है- अरविंद केजरीवाल

सीएम अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि पिछली लहर के मुकाबले में यह लहर बहुत ही माइल्ड है। उपर वाले का शुक्र है कि हम लोग बहुत ही माइल्ड लहर से लड़ रहे हैं। अप्रैल में जो लहर आई थी, वह बहुत ज्यादा खतरनाक थी। इस वक्त कोरोना के 136 मरीज एलएनजेपी में भर्ती हैं। मैंने जानकारी ली है कि इन 136 मरीजों में से कितने मरीज हैं, जो कोरोना की बीमारी लेकर आए थे। जैसे कई मरीज हैं, जो कैंसर का इलाज कराने आया है, लेकिन जब उसकी जांच की गई तो उसमें कोरोना निकल आया। इसी तरह किसी की हड्डी टूट गई और वह इलाज कराने के लिए आया, तो जांच में उसको भी कोरोना निकल आया। 136 में से ऐसे कितने मरीज हैं, जो यह कह कर आए थे कि मेरे को कोरोना है और मेरे को कोरोना का इलाज कराना है। इसकी जानकारी लेने पर पता चला है कि 136 में से केवल 6 मरीज ऐसे हैं, जो कोरोना के इलाज के लिए आए थे। 136 में से 130 मरीज ऐसे हैं, जिनमें अकस्मात कोरोना निकला। वो किसी और बीमारी के इलाज के लिए आए थे, लेकिन जांच में उनमें संयोग से कोरोना निकला। जब अप्रैल में कोरोना की लहर आई थी, तब उस लहर में लोग कोरोना का ही इलाज कराने के लिए आ रहे थे। लोगों की ऑक्सीजन नीचे जा रही थी और लोगों को तरह-तरह की तकलीफें हो रही थीं। ऐसे लोगों की संख्या इस बार बहुत ज्यादा कम है। 

वहीं, एलएनजेपी अस्पताल का दौरा करने के उपरांत सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘‘कोरोना के खिलाफ़ जारी लड़ाई में आज मैंने खुद एलएनजेपी अस्पताल पहुंचकर तैयारियों का जायज़ा लिया। बेड, दवाइयां और ऑक्सीजन के स्तर पर व्यवस्थाएं दुरुस्त हैं। अच्छी बात है कि इस लहर में अस्पतालों में आने वाले कोरोना मरीज़ बेहद कम हैं, लेकिन फिर भी संक्रमण से बचें, अपना ध्यान रखें।