छत्तीसगढ़ की गोधन न्याय योजना के कामयाबी की मिसाल इस बार गणतन्त्र दिवस के परेड के दौरान देखने को मिली। इस कामयाबी
के साक्षी राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित अन्य गणमान्य अतिथि बने। इस बार 73rd गणतन्त्र दिवस पर नई दिल्ली के राजपथ पर निकली छत्तीसगढ़ की झांकी ने प्रदेश के गाँव और गौठान को प्रदर्शित किया। झांकी के समक्ष छत्तीसगढ़ के लोक कलाकारों ने ककसाड़ नृत्य का प्रदर्शन किया। यह झांकी ग्रामीण संसाधनों के उपयोग के पारंपरिक ज्ञान और वैज्ञानिक दृष्टिकोण के समन्वय से एक साथ अनेक वैश्विक चिंताओं के समाधानों के लिए यह झांकी विकल्प प्रस्तुत करती है।
राजपथ पर उपस्थित गणमान्य अतिथियों सहित दर्शकों ने छत्तीसगढ़ के झांकी की तालियों की गड़गड़ाहट के साथ सराहना की। छत्तीसगढ़ की झांकी इस बार राजपथ के दर्शकों के लिए आकर्षक का केंद्र रही। सुनो खबर की स्पेशल टीम ने नयी दिल्ली संवाददाता से इसके फोटो लिए साथ ही उपस्थित अतिथियों से राय भी मांगी।
केंद्र सरकार ने पहली बार अपनी पसंद की झांकी को चुनने के लिए लाइव स्ट्रीमिंग ऑनलाइन वोट आदि देखने की भी सुविधा दी है। इसके लिए http://mygov.in/rd2022 लिंक पर अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इस लिंक पर देश के राज्यों के नाम का आप्शन चयन के लिए उपलब्ध है। यहाँ से आप ऑनलाइन डिजिटल सर्टिफिकेट भी प्राप्त कर सकते है। सुनो खबर ने अपना रजिस्ट्रेशन भी किया है
आपको बता दें जनसम्पर्क विभाग , छत्तीसगढ़ शासन लगातार अपने प्रयासों और हर वर्ष अलग अलग थीम पर आधारित झांकी की प्रस्तुतीकरण के कारण राजपथ पर आकर्षण का केंद्र बनता आ रहा है।जनसम्पर्क के अपर संचालक उमेश मिश्रा लगातार छत्तीसगढ़ की झांकी को राष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुतीकरण से लेकर टाइम लिमिट में आवश्यक सभी मापदंड को केंद्रीय नियमो के अनुसार , आयुक्त , जनसम्पर्क विभाग , छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशानुसार नयी दिल्ली में सक्रिय रहे।
छत्तीसगढ़ को 2018 में गणतंत्र दिवस पर राजपथ पर निकली छत्तीसगढ़ की रामगढ़ की प्राचीन नाट्यशाला पर आधारित झांकी को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया था। उस समय तत्कालीन रक्षा मंत्री सीतारमण थी। तब जनसंपर्क विभाग की ओर से अपर संचालक उमेश मिश्रा और संयुक्त संचालक धनंजय राठौर ने यह पुरस्कार प्राप्त किया था ।
छत्तीसगढ़ की झांकी 2021 में राज्य के लोक जीवन के विशाल फलक को संक्षेप में प्रस्तुत किया गया था