भोपाल। पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा की चुनावी सभाओं की सरगर्मियां तेज हो चुकी है। पांचो राज्यों से उनकी डिमांड चुनावी सभाओं के लिए आ रही है। चाहे उत्तरप्रदेश हो या फिर उत्तराखंड या फिर पंजाब की जनता , भाजपा कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को अपनी तीसरी पसंद यानि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह के बाद शिवराज सिंह चौहान को बना रखा है। अभी हाल ही में गोवा में चुनावी सभा करने के बाद शिवराज से वहां की लोकल जनता जिस प्रकार से मिलने के लिए उत्सुक दिखी उससे साफ़ साबित होता है कि अब मध्य प्रदेश के शिवराज सिंह नेशनल लेवल पर भी अपनी लोकप्रियता का जादू बिखेरने लगे है। लगातार उत्तराखंड में मुख्यमंत्री की चुनावी सभाएं होने लगी है जहाँ उनके निशाने पर राहुल और केजरीवाल है। अपनी भाषा में जनता को अपनत्व दिखाने में निपुण मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जब राहुल को राहू और केजरीवाल को केतु कहकर सम्बोधित करते है तो उत्तराखंड में उनकी वाक् चातुर्यता का त्वरित उत्तर लोगो को काफी भाता है।
ये राहुल और केजरी, राहू और केतू हैं, यदि ये उत्तराखंड में आ गये, तो विकास को ग्रहण लग जायेगा। ये ग्रहण लगाने आये हैं। – मुख्यमंत्री शिवराज सिंह
देखिये उनका हाल ही का वीडियो –
ऐसी कई विधा उनमे अब समां चुकी है जो एक मझे हुए राजनेता और शासन तंत्र को चलाने के लिए आवश्यक है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह अब लोकल से ग्लोबल हो चुके है। उनका जनाधार अब काफी बढ़ चुका है। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण और रोजगार बढ़ाने के लिए स्वयं इतनी मेहनत के साथ प्लानिंग की जिसका कायल खुद विपक्ष है जो चुपचाप सर हिलाते हुए हां कर रहा है।
अफ़सोस की अभी भी कुछ सिस्टम दीमक की तरह हमारे लोकप्रिय मुख्यमंत्री की कार्यप्रणाली को भीतरघात करने में लगे हुए है। परन्तु मुख्यमंत्री शिवराज सिंह उस चाणक्य और विधुर नीति की तरह राजनीति के खिलाड़ी है जो समय के अनुसार उसमे परिवर्तन करना और अनुरूप चलाना भी जानते है।