बाजवा ने कहा, ‘कांग्रेस में बड़े स्तर पर ढांचागत बदलाव की जरूरत है। पार्टी को नए चेहरों की जरूरत है। राहुल गांधी के हाथों को मजबूत करने के लिए, नेतृत्व में भरोसा दिखाने के लिए और उन्हें (राहुल को) यह समझाने के लिए कि पार्टी के लिए वह जो भी फैसला लेगें, उसमें सभी उनके साथ हैं, मुझे लगता है कि पार्टी के सभी सीनियर नेताओं को इस्तीफा दे देना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि सभी सीडब्ल्यूसी मेंबरों, मुख्यमंत्रियों और प्रदेश अध्यक्षों को इस्तीफा दे देना चाहिए।
बाजवा ने कहा कि जिन पार्टी नेताओं ने अच्छा काम किया है, राहुल गांधी निश्चित ही उनसे खुश होंगे और उनका इस्तीफा नहीं स्वीकार करेंगे। उन्होंने कहा, ‘हमारा लक्ष्य है कि राहुल गांधी को काम करने की आजादी मिले। पिछले 70 सालों में से 50 साल कांग्रेस ने देश में सरकार चलाई है, इसलिए कार्यकर्ताओं को निराश होने की जरूरत नहीं है। बीजेपी 1984 में दो सीटों वाली पार्टी थी लेकिन उसने आगे बढ़ने के लिए मेहनत की।’
पंजाब कांग्रेस के पूर्व चीफ और राज्यसभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवाने एआईसीसी की विदेश मामलों संबंधी समिति के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद पार्टी के सीनियर नेताओं को भी इस्तीफा देने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि पार्टी के सभी सीनियर नेताओं को अपने पदों से इस्तीफा देकर राहुल गांधी को काम करने की खुली छूट देनी चाहिए, ताकि वह पार्टी के हित में फैसले ले सकें।