गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही, 09 मई 2022/ मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत् कुपोषण दूर करने के लिए पंचायत स्तर पर जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, कर्मचारियों द्वारा बेहतर कार्य किया जा रहा है। पंचायतों में सजग पंचायत अभियान के तहत् अपने-अपने पंचायतों में सुपोषण ग्रेडिंग की जानकारी और कुपोषण के प्रति जागरूकता पर चर्चा कार्यक्रम चलाया जा रहा है। पंचायतों के माध्यम से जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों को प्रत्येक सोमवार केला, बुधवार को अण्डा और शुक्रवार को खीर प्रदान किया जा रहा है I
मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा कोई भी बच्चा कुपोषित न हो इसके लिए 0 से 06 वर्ष के बच्चों एवं गर्भवती, शिशुवती माताओं के लिए कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत् अब तक जिले के तीन हजार तीन सौ सत्तासी बच्चे कुपोषण से मुक्त हो चुके हैं तथा वर्तमान में जिले में कुपोषण की दर लगभग 20 प्रतिशत है। कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी द्वारा जिले के पर्यवेक्षक तथा समस्त मैदानी अमलों को निरन्तर डोर टू डोर गृह भेंट करने तथा राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (चिरायु) द्वारा स्वास्थ्य जांच कर कुपोषण दूर करने निर्देशित किया गया है। इसके साथ ही जिले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा दुलारी लक्ष्मी अभियान के तहत सभी पंचायतों में एनीमिक महिला और कुपोषित बच्चों का चिन्हांकन नियमित रूप से जारी है। जिले में पंचायतों के मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान से जुडाव सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषण वितरण का निरीक्षण एवं क्रियान्वयन व्यवस्थित रूप से हो रहा है साथ ही पालकों को कुपोषण के दुष्प्रभाव, पोषण की आवश्यकता और खानपान व्यवहार परिवर्तन की जानकारी भी दी जा रही है।