🚓*डबरा सिटी क्षेत्र में दिनदहाड़े हुई सनसनीखेज लूट की घटना का पुलिस ने किया पर्दाफाश, फरियादी ने ही षड्यंत्र कर अपने साथ कराई थी लूट*

🔴 लूट के अपराध का खुलासा करने में 272 सीसीटीब्ही फुटेज, 911 मोवाईल नम्वर तथा 50 से ज्यादा संदेहियानों से पूछताछ कर ग्वालियर पुलिस ने किया एक सप्ताह में खुलासा।

🔴 देशी छोरे आईपीएल का सट्टा, गर्ल फ्रैड रखने की चाहत, मंहगा फोन, अच्छी लाईफ स्टाईल ने बनाया लुटेरा।

🔴 फरियादी ने आईपीएल में मोटी रकम गबाने की बजह से स्वयं अपने साथ रचा था लूट का षड्यंत्र।

🔴 लूट की घटना के षड्यंत्र व घटना कारित करने वाले तीन आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार।

🔴 एक कार व एक मोटर सायकिल एवं लूटी गई रकम में से 02 लाख 30 हजार रूपये तथा एक 315 बोर का कट्टा मय एक जिंदा राउण्ड के बरामद किया गया।

प्रेस कॉन्फ्रेंसिंग करते पुलिस अधिकारी

ग्वालियर 12.05.2022 – दिनांक 06.05.2022 को फरियादी अंशुल गुप्ता ने थाना डबरा सिटी में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि जब यह अन्नपूर्णा फाईनेंस कम्पनी का 5-6 दिन का कैश करीब 11,77,000/-रूपये एसबीआई में जमा करने जा रहा था तो उसको एम.एस. मैरिज गार्डन के पास दो व्यक्तियों ने डंडा मारकर पैसा छीन लिया था। जिस पर से फरियादी की रिपोर्ट पर थाना डबरा सिटी में लूट का प्रकरण दर्ज कर विवेचना में लिया गया।

उक्त सनसनीखेज लूट की घटना को गंभीरता से लेते हुए *वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ग्वालियर श्री अमित सांघी,भापुसे द्वारा *अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण जिला ग्वालियर श्री जयराज कुबेर एवं अति0 पुलिस अधीक्षक (अपराध)ग्वालियर श्री राजेश डण्डोतिया को उक्त लूट के प्रकरण की मॉनीटरिंग कर प्रकरण का शीघ्र खुलासा कर आरोपियों को गिरफ्तार करने हेतु लगाया गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण एवं अति0 पुलिस अधीक्षक (अपराध)ग्वालियर द्वारा उक्त घटना की स्वयं मॉनीटरिंग करते हुए थाना डबरा सिटी पुलिस एवं क्राईम ब्रांच की संयुक्त टीम बनाकर लूट के आरोपियों की पतारसी कर धरपकड़ हेतु लगाया गया।वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशानुसार अपराध शाखा के उप पुलिस अधीक्षक द्वय एवं एसडीओपी डबरा श्री विवेक शर्मा के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी डबरा सिटी निरीक्षक विनायक शुक्ला एवं थाना प्रभारी क्राईम ब्रांच निरीक्षक दामोदर गुप्ता के नेतृत्व में थाना डबरा सिटी पुलिस एवं क्राईम ब्रांच की संयुक्त टीम द्वारा घटना दिनांक से ही आसपास के क्षेत्र से लगभग 300 सीसीटीव्ही फुटेज देखे गये साथ ही विवेचना के दौरान ज्ञात हुए संदिग्ध 1000 मोबाइल नम्बर एवं लगभग 100 से अधिक संदेहियों से पुलिस टीम द्वारा लगातार पूछताछ की गई। विवेचना में आये तथ्यों एवं तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर ज्ञात हुआ कि फरियादी द्वारा विगत कई दिनों से आईपीएल पर सट्टा खेला जा रहा था साथ ही उसके सट्टे में मोटा पैसा हारने के संबंध में जानकारी प्राप्त हुई। उक्त जानकारी के आधार पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण द्वारा पुलिस टीम को उक्त सूचना के आधार पर विवेचना को आगे बढ़ाने का निर्देश दिया। जिस पर पुलिस टीम द्वारा अग्रिम विवेचना के दौरान यह पता चला कि फरियादी के ऊपर आईपीएल के पैसे देने का दबाव था। उससे की गई पूछताछ में उसके द्वारा बताया गया कि वह बैंक के पैसों में से बहुत सारे पैसे मैच के सट्टे में हार गया था जिन्हे शीघ्र ही मेरे द्वारा बैंक में पैसे जमा कराया जाना था अन्यथा मेरी नौकरी चली जाती, इसलिए इसके द्वारा एक व्यक्ति के माध्यम से स्वयं को लूटने की योजना बनाई, तब योजना में शामिल मेरे साथी द्वारा पूछा गया कि कितना पैसा है तो मैने बताया कि रिकॉर्ड के अनुसार 11,77,000/-रूपये जमा होना है परन्तु वास्तविकता में मात्र 6,20,000/-रूपये हैं। तुम कोई ऐसा षड्यंत्र रचो जिससे में भी बच जांऊ और तुम्हारा पैमेंट भी हो जाए। उक्त जानकारी के बाद सटोरिए द्वारा फरियादी को दो अन्य लोगों से मिलवाया और लूट का पूरा प्लान बताया साथ ही दोनों व्यक्तियों को यह भी जानकारी दी गई कि घटना के दौरान फरियादी तुम्हारा विरोध नही करेगा। इस पूरे प्लान के अनुसार इनके एक अन्य साथी द्वारा आसपास के क्षेत्र की रैकी की गई थी। फरियादी का दिनांक 06.05.2022 को ठीक 03ः00 बजे एम.एस. गार्डन के पास से गुजरना तय हुआ। बनाये गये प्लान के अनुसार फरियादी नियत दिनांक व समय पर अपने एक अन्य साथी के साथ मोटर सायकिल पर बैंक में पैसा जमा करने के बहाने उक्त स्थान पर पहुंचा तो पहले से ही तैयार दो साथियों द्वारा पीछे बैठे व्यक्ति को डण्डा मारकर पैसों का बैग छीन लिया। उक्त घटना क्रम में पीछे बैठे व्यक्ति को घटना के संबंध में कोई जानकारी नहीं थी और हमला होने पर उसके द्वारा डर के कारण लूटेरों को पैसों का बैग दे दिया। घटना घटित होने के उपरान्त समाचार पत्र में प्रकाशित लूटी गई रकम 11,77,000/-रूपये होने की खबर को देखकर घटना में सम्मलित एक लुटेरे व सटोरिया के बीच लूट की रकम को लेकर विवाद हुआ। क्राईम ब्रांच व थाना डबरा सिटी पुलिस की टीम द्वारा जांच में आये महत्वपूर्ण तथ्यों के आधार पर लूट की घटना के षड्यंत्र व घटना को अंजाम देने वाले पांच आरोपी ज्ञात हुए जिनमें से पुलिस टीम द्वारा सटोरिया, लूट की घटना का फरियादी तथा लूट कारित करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई तो उनके द्वारा बताया गया लूट की रकम में से सटोरिये द्वारा 02 लाख 30 हजार रूपये अपने पास रख लिये थेे, जिन्हे पुलिस टीम द्वारा बरामद कर लिये गये हैं। पकड़े गये लुटेरे के पास से पुलिस द्वारा एक 315 बोर का कट्टा मय एक जिंदा राउण्ड के जप्त किया गया। घटना में प्रयुक्त एक मोटर सायकिल एवं कार भी पुलिस टीम द्वारा पकड़े गये आरोपियों से जप्त की गई हैं। उक्त लूट की घटना का एक आरोपी तथा घटना की रैकी करने वाला आरोपी फरार है जिनकी गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीम द्वारा लगातार उनके छिपने के ठिकानों पर दबिस दी जा रही है उक्त आरोपियों की गिरफ्तारी उपरान्त लूट की शेष रकम बरामद की जावेगी। उक्त लूट की घटना का फरियादी अन्नपूर्णा फाईनेंस कम्पनी का ब्रांच मैनेजर था।

गिरफ्तार आरोपी:- लूट कारित करने वाला, फरियादी के साथ लूट का षड्यंत्र रचने वाला सटोरिया, एवं लूट की घटना का फरियादी कुल तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार।

बरामद मशरूका:- 02 लाख 30 हजार रूपये नगद, एक मोटर सायकिल तथा एक कार तथा एक 315 बोर का कट्टा मय एक जिंदा राउण्ड।

सराहनीय भूमिका:- उक्त लूट का खुलासा करने में क्राईम व्रांच थाना प्रभारी निरीक्षक दामोदर गुप्ता थाना प्रभारी डबर सिटी निरीक्षक विनायक शुक्ला, क्राईम ब्रांच टीम- उनि सतीश यादव, प्र.आर. चन्द्रवीर गुर्जर, लोकेन्द्र कुशवाह, आरक्षक अरूण पवैया, अभिषेक तोमर, देवव्रत तोमर, रणवीर यादव थाना डबरा टीम- उनि संजू यादव, उनि देवेन्द्र लोधी, उनि विकास राठौर, प्र.आर जितेन्द्र तिवारी (एसडीओपी कार्यालय) आर0 रामवरन लोधी, आर0 अविनाश पटसारिया, आर0 अखिलेश गुर्जर, आर0 देवेन्द्र साहू, नरेन्द्र पाल सिंह, आर. चालक राघवेन्द्र यादव, गोपनीय सैनिक विवेक चतुर्वेदी ने अहम भूमिका निभाई है।