सुनो खबर डेस्क। एकनाथ शिंदे ने चुनाव आयोग में दिए गए एफिडेविट में महँगी गाड़ियों के काफिले के साथ साथ एक टेंपो का भी जिक्र है। हालांकि यह टेंपो उनकी पत्नी के नाम है। घर में महंगी गाड़ियों के बीच में टेंपो से प्यार एकनाथ शिंदे को जमीन का नेता बनाता है। ठाणे की गलियों में एकनाथ शिंदे की ऐसी अनगिनत कहानियां बिखरी हुई हैं, जिसे अब लोग उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद जुबान पर ला रहे हैं।अपनी शुरुआती और आर्थिक कमजोर परिस्थितियों के दौर में एकनाथ शिंदे टेंपो चला कर अपने परिवार का जीवन यापन करते थे।
पार्षद और उसके बाद विधायक, मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक का सफर करने वाले एकनाथ शिंदे लोगों के दर्द को कितना समझते हैं, इसका अंदाजा कोविड के दौरान लोगों को हुआ था। एकनाथ शिंदे को लोग ऑक्सीजन मैन के नाम से जानने लगे थे। सांसद बेटे के साथ मिलकर गरीबों के मुफ्त इलाज और उनकी जांच के लिए चलाए जाने वाले चिकित्सा अभियान ठाणे और आसपास के लोगों के लिए नई जिंदगी देने वाला है।