मुंबई / रायपुर: राम गोपाल वर्मा निर्देशित फिल्म लड़की में मुख्य भूमिका निभाने वाली पूजा भालेकर हॉट अंदाज में और मार्शल आर्ट एक्शन करती नजर आ रही हैं. और इन दिनों वह इस फिल्म को लेकर काफी सुर्खियों में हैं. और यह फिल्म पूजा भालेकर की डेब्यू फिल्म है और अपनी डेब्यू फिल्म में ही पूजा भालेकर बोल्ड अंदाज में नजर आईं. पूजा भालेकर से जब हमारे विशेष रिपोर्टर दिनेश झाला से बातचीत हुई तो उन्होंने कई दिलचस्प बातें शेयर कीं..

जब आपको ‘लड़की’ का ऑफर मिला उस वक्त क्या आप नर्वस थी,या मन मे कैसा डर था?

मैं बहुत उस्ताहित थी। मैंने रामु सर की कई फिल्में देखी है और में उनकी फैंस रही हूं,और उनकी फिल्मो के गानों पर में परफॉर्म करती थी। जो हर लड़की के जेहन में होता है कि में हीरोइन बनूगी। वो चीज मेरे अंदर भी थी। और जब में रामु सर से मिली तो मुझे वो सपना सच होते हुए दिखाई दिया। और जब रामु सर ने बताया कि ‘लड़की’ की खोज तुमसे खतम होती हैं वो मेरी लाइफ का सबसे अच्छा पल था।

आपने मार्शल आर्ट सीखने की तैयारी कैसे की और आपके लिए सबसे बड़ी चुनौती क्या थी?

इस फ़िल्म के लिए मैंने मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग ली है। इससे पहले भी मार्शल आर्ट का अनुभव रहा है। मैं टैंपोंडॉ करती थी और मैंने इसमे इंडिया को भी रिप्रेजेंट किया है। और महाराष्ट्र सरकार द्वारा 2014 में लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड भी मिला है। में जब रामु सर से मिली तो उन्होंने एक बात कही थी कि तुमने जो सीखा वो सही है लेकिन यह फ़िल्म ब्रूसली पर आधारित है ब्रूसली का जो मार्शल आर्ट है वो तुमे सीखना होगा। तो हमने तीन साल प्रेक्टिस की।

आपने इस फ़िल्म में स्ट्रांग वुमन के किरदार को जिया है, क्या रियलाइज किया है, और यह किरदार महिलाओं कैसे इंस्पायर करेगा?

यह फ़िल्म का शूटिंग करते समय डिरेक्टर से बहुत कुछ सीखा है। मैं चाहती हूं,मैं अपनी रियल जिंदगी में फॉलो करू। जैसे मेरा कैरेक्टर स्ट्रांग दिखाया है। तो में भी चाहती हूँ इस कैरेक्टर से कुछ सीखू। और लड़कियां अगर थोड़ी भी इस फ़िल्म से प्रेरणा लेती हैं। तो मै मानती हूं मेरी मेहनत सफल हो गई।

जब लोग आपके काम की सराहना करते है? लोग आपको फ्यूचर स्टार्स की नजरों से देखते हैं, आप कैसा महसूस करती हैं?

मेरी पहली कोशिश तो यह रहेंगी की मैं अपने क़दम जमीन पर रखूं। क्योंकि मेरी मम्मी हमेशा कहती है कि जिंदगी में जितना भी आगे बढ़ो हमेशा हंबल रहो। और मम्मी की यह बात मे हमेशां अपने जहन में रखना चाहती हूं। में भले बड़ी एक्ट्रेस बन जाऊ लेकिन में जिस परिवार से आती हूं उनकी बातें हमेशा मेरे जहन मे रखना चाहती हूं।

क्या आप मानती है ‘लड़की’ के बाद आपके लिए बॉलीवुड फिल्मो के दरवाजे खुले जाएंगे?

कभी ऐसा विचार नही आया। में चाहती हूं ‘लड़की’ के बाद डिरेक्टर को मेरा काम अच्छा लगता है। और उन्हें लगता है उनकी कहानी और फ़िल्म मे, हिस्सा बन सकती हूं तो, मेरे लिए खुशनसीब की बात होगी। में चाहती हूं में अच्छी कहानियों का हिस्सा बनू।