ग्वालियर । क्रिकेट और फुटबॉल की दीवानी दुनिया में अब पंजा पहलवान भी अपनी छाप छोड़ रहे हैं। आर्म रेसलिंग टूर्नामेंट लोगों को रास आ रहा है। देश- दुनिया में आर्म रेसलर हीरो की तरह उभर रहे हैं और यूथ आइकॉन बन रहे हैं। प्रो- पंजा लीग ने ग्वालियर का विश्व भर में मान बढ़ाया है, क्योंकि यहां की प्रतिभाओं ने देश और दुनिया में अपना दम दिखाया है।प्रो-पंजा लीग के संस्थापक परवीन डबास ने मीडिया से रु-ब-रु होते हुए यह बात कही।
होटल प्रभा इंटरनेशनल में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में श्री डबास ने कहा कि ग्वालियर में आयोजित एशिया की सबसे बड़े आर्म रेसलिंग टूर्नामेंट की रैंकिंग लीग ने शहर को देश-दुनिया अलग पहचान दी है। दुनिया के अनेक देश आज ग्वालियर की प्रतिभा का लोहा मान रहे हैं।
ग्वालियर आर्म रेसलिंग अकेडमी के अध्यक्ष डॉ.केशव पाण्डेय की अथक मेहनत का परिणाम है कि यह शानदार आयोजन हुआ।
एशियन आर्म रेसलिंग फेडरेशन के अध्यक्ष जीनबेक मुक़ाम्बेटोव ने कहा कि ग्वालियर में जिस तरह से भव्य आयोजन हुआ है इसके जरिए प्रतिभाएं बाहर निकलकर आएंगी। भविष्य में प्रयास हों कि जब भी ऐसे बड़े टूर्नामेंट हों तब देश के साथ-साथ विदेशी प्रतिभाओं को भी मौका दिया जाए। इस टूर्नामेंट में अमेरिका की माइकल टॉड दंपति के आने से पंजा पहलवानों का उत्साहवर्धन हुआ है।
भारत में पंजा कुश्ती को बढ़ावा देने और उसे प्रसिद्धि दिलाने के लिए अतुल्यनीय प्रयासों के लिए प्रो-पंजा लीग के संस्थापक परवीन डबास को फेडरेशन की ओर से गोल्ड मैडल एवं शील्ड प्रदान कर सम्मानित किया।
डॉ. केशव पाण्डेय ने कहा कि एशिया के सबसे बड़े टूर्नामेंट के लिए प्रो-पंजा लीग ने ग्वालियर को चुना यह हमारे लिए गौरव की बात है।
उन्होंने लीग के संस्थापक परवीन एवं प्रीति को वधाई देते हुए कहा कि प्रो-पंजा लीग पूरी दुनिया में अपना झंडा फहराएगी।23 बार के विश्व चैंपियन माइकल टॉड एवं रिबेका टॉड ने कहा कि भारतीय संस्कृति ने हमारा मन मोह लिया है। यहां प्रतिभाओं की कमी नहीं है,जरूरत है तो बस उन्हें निखारने की।
इस मौके पर प्रो-पंजा लीग की सह- संस्थापक प्रीति झंगियानी, इंडियन आर्म रेसलिंग फेडरेशन के अध्यक्ष हासिम रजा जबाथ, इंटरनेशनल रेफरी सेर्गेय सोकोलोव एवं राजेन्द्र मुदगल भी मौजूद थे।