दिल्ली: शरीर की हड्डियों, जोड़ों और रीढ़ की दर्द की समस्या से अधिकतर लोगों में परेशानी बनी रहती है उन्हें इस कारण मसक्यूलोस्केलेटल दर्द का सामना करना पड़ता है। इसलिए उन्हे रोजाना वॉक करना बहुत आवश्यक है और इसी के मद्देनजर धर्मशिला नारायणा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, दिल्ली की तरफ एक मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया।

यह आयोजन 21 अगस्त 2022 को सुबह 6.00 बजे किया गया I जिसमें 200 से भी अधिक लोगों नें भाग लिया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में दिल्ली के स्पेशल सेल (साउथर्न रेंज) के डीसीपी जसमीत सिंह शामिल हुए। इस मैराथन का विषय “सेलिब्रेट फ्रीडम फ्रॉम पेन“ रखा गया था, जिससे लोग यह समझ सकें कि वॉक करने से हड्डियों का कितना लाभ मिलता है।

धर्मशिला नारायणा सुपरस्पेशलिटी अस्पताल द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में लोगों को स्वास्थ्य जागरूकता हेतु कई रोमांचक गतिविधियां कराई गई और कई प्रतिष्ठित डॉक्टरों ने अपने अनुभव साझा किए। इसमें कार्यक्रम में वार्म-अप, जुम्बा, योग जैसी क्रियाकलाप द्वारा लोगों को जागरूक किया गया। फिर मैराथन दौड़ का कार्यक्रम सुबह 06.30 बजे शुरू हुआ और 08.00 बजे तक चला। इस कार्यक्रम में डॉ. प्रो. बी.एस. मूर्ति, डायरेक्टर एंड सीनियर कंसल्टेंट-ऑर्थोपेडिक्स (प्रसिद्ध ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जन ) ने लोगों को जागरूक करने के साथ अपने अनुभव साझा किये। वहीं इस कार्यक्रम में मैराथन के बाद प्रतिभागियों को पदक व प्रमाण पत्र दिए गए व जलपान भी कराया गया, साथ ही प्रतिभागियों को नि:शुल्क टी-शर्ट व कैप भी प्रदान किए गए। इस पूरे कार्यक्रम का संचालन डॉ मनोज दूबे, कन्सल्टेंट- ऑर्थोपेडिक्स एंड ट्रामा सर्जन ने किया। डॉ मूर्ति ने बताया, कि एक व्यक्ति लगभग प्रतिदिन 2,500 से 5,000 कदम के बीच चलता है। हालांकि आपको यह बहुत अधिक लग सकता है, यदि आप अपनी दिनचर्या में पैदल चलने को भी शामिल करें और हर रोज अपने कदमों को बढ़ाए तो आप शारीरिक और मानसिक तौर पर स्वस्थ रह सकते है।इस समस्या पर डॉ. वी.ए. सेंथिल कुमार, सीनियर ऑर्थोपेडिक सर्जन ने कहा कि जब हमारे मस्कुलोस्केलेटल स्वास्थ्य की बात आती है तो युवा और बूढ़े दोनों के बीच लंबा गैप हो जाता है। हमारी जिम्मेदारी बनती है कि आज के इस मैराथन दौड़ की तरह ही इसे आगे बढ़ाएं और लोगों में शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाएं। सप्ताह में 5 दिन में कम से कम 30 मिनट जरूर पैदल चलें जिससे आपको मस्कुलोस्केलेटल सिस्टम की समस्याओं को दूर रखने में सहायता मिल सके। कमांडर नवनीत बाली, रीजनल डायरेक्टर, नारायणा हेल्थ – नॉर्थ ने कहा कि मुझे यह कहना अच्छा लगेगा कि पैदल चलना कसरत करने के समान ही प्रभावी हो सकता है। हालांकि दोनों का तुलना नहीं करनी चाहिए पर हमें नियमित चलने की प्रक्रिया को अपनी दिनचर्या में जरूर शामिल करने को कोशिश करनी चाहिए।