भाजपा में अपने आप को असहज महसूस कर रहे हैं क्योंकि उनके समर्थकों के काम नहीं हो पा रहे हैं भाजपा के संगठन मंत्रियों से उनका तालमेल नहीं बैठ पा रहा है निश्चित तौर से 2023 का विधानसभा चुनाव मे इसके परिणाम दिखेंगे की 2023 का चुनाव अपने आप में मध्यप्रदेश में निर्णायक चुनाव होगा। देखने वाली बात यह होगी की भाजपा सरकार की वापसी होती है या फिर कांग्रेस की ताजपोशी होती है वही बात करें तो आम आदमी पार्टी भी जोर शोर के साथ तैयारी कर रही है निश्चित तौर से इसका नुकसान भाजपा सरकार को होगा प्रदेश में लोग लगातार भाजपा सरकार से ऊब चुके है नए चेहरों को देखना चाहते हैं जुझारू और समर्पित लोग को चाहते हैं शिवराज सरकार के कैबिनेट मंत्री एवं सिंधिया के करीबी माने जाने वाले प्रद्युम्न सिंह तोमर
ने जहां एक और अपनी सरकार से काम कराने के लिए जूते और चप्पलों का त्याग कर दिया है यह इस बात का प्रतीक है कि मंत्री त्रस्त है जब एक कैबिनेट मंत्री की यह हालत है तो आम जनता कितनी तरस्त होगी इसका अंदाजा सहज रूप से लगाया जा सकता है।

जब संवादाता ने मंत्री जी के चप्पल जूता त्याग करने वाली बात भाजपा सरकार के मंत्री से पूछने पर सुनिए उनका जवाब

बाइट -डॉ अशोक पटसरिया सहकारिता प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक चंबल संभाग प्रभारी मंत्री