भोपाल। जिस यात्रा का सूत्रधार ही भारत के टुकड़े करने वाला कन्हैया कुमार हो।

वह यात्रा भारत को कैसे जोड़ सकती है? कांग्रेस की यह भारत जोड़ो यात्रा जिन जगहाें से होकर गुजरी है। वहां इस यात्रा ने लोगों में नफरत के बीज बोने का काम किया है।

यह आरोप गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डा. दुर्गेश केसवानी ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान लगाए। यह यात्रा शुरुआत से ही विवादित रही है।

केरल में गौ माता का कटा हुआ सिर लेकर चौराहे पर बैठने वालों ने इस यात्रा का स्वागत किया। वहीं तमिलनाडु में जार्ज पूनिया इस यात्रा का स्वागत करने पहुुंचे थे। यह वही पूनिया है, जो जूता इसलिए पहनता है कि भारत की धरती पर घूमने से इसके पैरों में इंफेक्शन होने का डर बना रहता है। वहीं महाराष्ट्र में पहुंचने पर राहुल ने स्वयं देशभक्त वीर सावरकर का अपमान किया।

हिंदुओं को आतंकवादी बताने वाले हैं सूत्रधार : डा. केसवानी ने यात्रा पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब यह यात्रा ही राष्ट्र, राष्ट्रभक्तों और राष्ट्र की संस्कृति का अपमान कर रही है, तो यह यात्रा भारत को जोड़ने वाली कैसे हो सकती है।

हिंदुओं को आतंकवादी, जाकिर नाइक को शांति दूत और आतंकवादियों को सम्मान देने वाले दिग्विजय सिंह मप्र में इस यात्रा के सूत्रधार हैं। अयाेध्या में बन रहे श्री राम मंदिर पर रोढ़ा लगाने का काम भी इसी दिग्विजय सिंह ने ही किया था।

डा. केसवानी ने कहा कि देश में नफरत फैलाने वाले और देश का विकास रोकने वाले ही इस यात्रा का समर्थन कर रहे हैं। पिछले दो दशकों से गुजरात का विकास रोकने वाली मेधा पाटकर इस यात्रा को अपना समर्थन दे रही हैं।

हिंदुत्व को बताया कुरूप : इस यात्रा के विभिन्न मंचों पर हिंदुत्व को कुरूप और बदसूरत बताया गया है। इसी मंच पर जयराम रमेश और दिग्विजय सिंह जैसे हिंदु विरोधी युवाओं को ऐसी बातें करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।

ऐसे में इस यात्रा के सभी उद्देश्यों को समझा जा सकता है। डा. केसवानी ने कांग्रेस और राहुल गांधी से सवाल किया है कि आखिरकार गांधी परिवार और पूरी कांग्रेस हिंदु धर्म और हिंदुओं से इतनी नफरत क्यों करती है?