भोपाल में प्रदेश भाजपा कार्यालय को तोड़कर नया ऑफिस बनाया जा रहा है। राजधानी के 7 नंबर स्टॉप इलाके में पुरानी इमारत को गिराने का काम 4 दिन पहले शुरू हो चुका है। 1991 में बनाए गए BJP ऑफिस के साथ ही दुकानें भी बनाई गई थीं। नए ऑफिस निर्माण के लिए इन दुकानों को खाली कराने के लिए भी BJP की ओर से निर्देश दिए गए, लेकिन दुकानदारों ने दुकानें खाली करने से इनकार कर दिया है।कांग्रेस भी इन दुकानदारों के समर्थन में उतर आई है। कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने बीजेपी पर दुकानों में आग लगवाने की साजिश रचने का आरोप लगाया है। कांग्रेस की ओर से इसके CCTV फुटेज भी जारी किए गए हैं।
पीसीसी में कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने कहा– BJP का मजबूत मुख्यालय 27 साल पहले बनाया गया। इसे दीनदयाल परिसर कहा जाता है। जब भाजपा आर्थिक संकट से जूझ रही थी, तब उस समय के नेताओं ने इस कार्यालय को महज ढाई करोड़ रुपए में बनाया था।
ऐसा कहा जाता है कि दो करोड़ रुपए कार्यकर्ताओं से जुटाए गए थे और पचास लाख रुपए संघ की विचारधारा में काम करने वाले लोगों को दुकान देने के नाम पर लिए थे।
कार्यालय की जमीन को अर्जन सिंह ने आवंटित किया था। इस बिल्डिंग को भोपाल नगर निगम ने जर्जर घोषित नहीं किया है। इसके बावजूद इसे तोड़ा जा रहा है।
BJP कार्यालय के दुकानदारों के सामने रोजी-रोटी का संकट कांग्रेस नेता ने कहा कि BJP कार्यालय में दुकानों से रोजीरोटी चलाने वाले दुकानदार अब बेरोजगार हो गए हैं।
भाजपा अगर 40-50 लाख दुकानदारों को देती भी है, तो वो पैसा भाजपा के पास कहां से आया? इसका हिसाब भी देना चाहिये।
केके मिश्रा ने कहा BJP की ओर से बेसमेंट में आग लगाई गई। दावा करते हुए कहा- BJP का ही आदमी आग लगाता दिख रहा है, जिससे दुकान में रहने वाले जलकर खाक हो जाएं और दुकानदारों को पैसे न देने पड़ें। हम भाजपा के उस नेता का CCTV फुटेज भी जारी कर रहे हैं। पुलिस प्रशासन से मांग करते हैं कि पूरे मामले में उस नेता और संबंधित व्यक्तियों से पूछताछ कर कार्रवाई की जाए। भाजपा के दबाव में आज तक हबीबगंज पुलिस ने आरोपी से आज तक पूछताछ तक नहीं की है।