श्री रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय परिसर में सम्पन्न हुआ समस्त कार्यक्रम- “जलवायु, ऊर्जा और जल में युवा नेतृत्व” विषय पर आयोजित संगोष्ठी पर हुई सार्थक चर्चा

रायपुर, 24 मार्च 2023 । “युवा गोंठ” विकास का नया इतिहास लिखेगा । छत्तीसगढ़ के युवा व्यवहार परिवर्तन के चैम्पियन बनकर सामुदायिक सहभागिता से सभी क्षेत्रों में विकास को नयी गति देंगे । उक्त वक्तव्य छत्तीसगढ़ के यूनिसेफ चीफ़ जॉब जकारिया ने नेहरू युवा केंद्र, छत्तीसगढ़ और यूनिसेफ के संयुक्त तत्वावधान में श्री रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय के सह मेजबानी में “जलवायु, ऊर्जा और जल में युवा नेतृत्व पर राज्य स्तरीय संगोष्ठी”को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए कही । उन्होने कहा कि जैसा कि आयोजकों ने तय किया है कि इस युवा गोंठ के माध्यम से छत्तीसगढ़ के 1000 गाँव से करीब 4000 युवाओं को सशक्त करने का लक्ष्य लिया गया , यह देश में अभिनव पहल कहा जा सकता है । उन्होंने कहा कि भाषण को एक्शन के रूप में बदलने के काम करने का निश्चय करना होगा। उन्होंने कहा कि स्कूल के माध्यम से कार्बन फ्री पर्यावरण करने का लक्ष्य लेकर संकल्प लेना होगा।नेहरू युवा केंद्र के रीजनल हेड श्रीकांत पांडे ने युवा गोंठ, मिशन लाइफ और कैच द रेन अभियान की जानकारी देते हुए कहा कि यह अभियान न सिर्फ युवाओं की ऊर्जा को सकारात्मक कार्य में लगायेंगा बल्कि समग्र विकास में नया अध्याय भी जोड़ेगा ।

Climate change पर युवाओं में व्यवहार परिवर्तन को महत्वपूर्ण दर्जा देते की संकल्प पर उन्होंने कहा कि हमारे युवा इस दिशा में अभिनव प्रयास करेंगे।यूनिसेफ की वाटर,सनिटेशन, और क्लाइमेट चीफ श्वेता पटनायक द्वारा युवा गोंठ तथा क्लाइमेट चेंज की जानकारी दी और कहा कि हमे तीन प्रमुख मुद्दों पर बात करना है।

पहला, Y 20 के पांच संकल्प; दूसरा, पर्यावरण संरक्षण हेतु मिशन लाइफ मिशन पर कार्य करना; तीसरा, युवा गोंठ के 10 कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि इंडिया का 1 बिलियन का पर्यावरण संरक्षण पर व्यवहार परिवर्तन पर कार्य करना आवश्यक है।विश्वविद्यालय कुलपति एस के सिंह ने अपने सम्बोधन में जलवायु परिवर्तन, जल और ऊर्जा संरक्षण पर विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता बताते हुए कहा कि हमारे युवा छात्र इस दिशा में भरपूर कार्य करेंगे और समुदाय के साथ तालमेल बनाकर बदलाव के चैम्पियन बनेंगे ।

श्री रावतपुरा विश्विद्यालय के प्रो चांसलर हर्ष गौतम ने कहा कि हमारा विश्विद्यालय सुदूरवर्ती आदिवासी क्षेत्र से आए बच्चों को कोचिंग की व्यवस्था करके शिक्षा सेवी बनाने का संकल्प लिया है, जिसे युवा गोठ के माध्यम से पूरा करेंगे।उक्त उद्बोधन के पश्चात नेहरू युवा केंद्र और यूनिसेफ़ के संयुक्त अभिनव पहल – युवा गोठ, क्लीन और ग्रीन शाला और कॉलेज में क्लाइमेट क्लब का उद्घाटन इनके बने।लोगो के कट आउट के अनावरण से किया । उद्घाटन के साथ ही पूरा विश्वविद्यालय परिसर तालियों से गूंज उठा और युवा उत्साह से भर उठे। इससे पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सायं 4:30 बजे यूनिसेफ चीफ जॉब जकारिया का आगमन हुआ । उनका छत्तीसगढ़ के।पारंपरिक गीत और नृत्य से स्वागत किया गया। मंच पर आसीन अतिथियों ने कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन से किया ।

उनका सर्वप्रथम स्वागत छत्तीसगढ़ के सुदूरवर्ती आदिवासी क्षेत्र अबूझ्माडिया और जशपुर के आदिवासी युवा क्रमशः राजेश करनगा, शलिनी गुप्ता और नेहरू युवा केंद्र के रीजनल हेड श्रीकांत पांडे , विषविद्यालय के प्रो चांसलर हर्ष गौतम ने किया। समाज के विकास में अभिनव कार्य से बेहतर योगदान देकर बदलाव के चैम्पियन बने नेहरू युवा केंद्र के युवा दल को पुरष्कृत किया गया। कार्यक्रम के।मध्य में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रदर्शन हुआ, जिसमें आकर्षण का केंद्र छत्तीसगढ़ी बारहमासी गीत और नृत्य रहा। नेहरू युवा केंद्र के रीजनल हेड श्रीकांत पांडे तथा विश्वविद्यालय के कुलपति एस के सिंह द्वारा संयुक्त रूप से यूनिसेफ चीफ जॉब जकारिया को प्रतीक चिन्ह भेंट किया गया।

कार्यकम का मंच संचालन जिला यूथ पदाधिकारी अर्पित तिवारी ने किया तथा आभार प्रकटीकरण नेहरू युवा केंद्र के राम सूचित मिश्रा ने किया। इस कार्यक्रम में उक्त अधिकारियों के अतिरिक्त यूनिसेफ एसबीसी कंसल्टेंट चन्दन कुमार, यूनिसेफ वाश कंसल्टेंट आशीष कुमार, अलायंस फॉर बिहेवियर चेंज के नोडल इन चार्ज मनीष सिंह, नेहरू युवा केंद्र के समस्त अधिकारी सहित सैकड़ों की संख्या में नेहरू युवा केंद्र के स्वयंसेवक और विश्वविद्यालय के छात्र-छात्रा मौजूद थे । युवा गोंठ से युवाओं का निखरेगा व्यक्तित्व युवा गोठ, क्लीन और ग्रीन शाला तथा कॉलेज में क्लाइमेट क्लब से युवाओं में विशिष्ट विकास निखरेगा । उन्हे समय समय में आनेवाले कई महत्वपूर्ण विषयों पर प्रशिक्षित किया जाएगा, जो उनके कैरियर को सुदृढ़ करेगे । वे प्रशिक्षित होकर ग्रीन जॉब्स पर विशेष तौर पर कार्य कर सकेंगे । वे विभिन्न क्षेत्रों में समाज को एकजुट करके सोशल एक्सपेरिमेंट करके सरकार की आवश्यक सेवाओं को पूर्व की अपेक्षा अधिक लोगों तक पहुंचा सकते हैं I

ये युवा G 20 सम्मिट और तत्पश्चात Y सम्मिट में युवा लीडरशिप के रूप में बेहतर प्रदर्शन करके देश का प्रतिनिधित्व कर सकते