(Suno khabar desk report)देश में बाघों की गणना पूरी होने के साथ ही देश भर के टाइगर रिज़र्व की रिपोर्ट आज प्रधानमत्री मोदी ने जारी कर दिए है । अभी जो रिपोर्ट (MEE ) जारी हुए है वो टाइगर रिज़र्व की परफॉरमेंस रिपोर्ट है। जिसमे छत्तीसगढ़ के उदंती सीतानदी टाइगर रिज़र्व और अचानकमार टाइगर रिजर्व की परफॉरमेंस को पहले से बेहतर बताया गया है। आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में तीन में से दो टाइगर रिजर्व, उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व और इंद्रावती टाइगर रिजर्व, वर्षों से माओवादी बहुल क्षेत्र रहे हैं। उदन्ती सीतानदी टायगर रिजर्व, की अधिसूचना छत्तीसगढ़ शासन के क्रमांक/एफ-8-43 /2007/10-2 रायपुर दिनांक-20/02/2009 को की गई । उदन्ती सीतानदी टायगर रिजर्व में शुद्व नस्ल के भैसों हेतु प्रयासरत है । वर्तमान में 01 मादा वनभैस एवं मादा बच्चा और 09 नर वनभैसा है।
बाघों के संरक्षण और सुरक्षा में पिछले 14 साल में करोड़ो रुपये खर्च किए जा चुके हैं। 2007-08 में बिलासपुर के अचानकमार और उदंती सीतानदी को टाइगर रिजर्व घोषित किया गया। 2009 में बस्तर के इंद्रावती नेशनल पार्क को भी टाइगर रिजर्व घोषित किया गया।
आज प्रधानमंत्री मोदी द्वारा देश भर के 53 टाइगर रिज़र्व की मैनेजमेंट एफेक्टिवनेस (MEE ) 2022 रिपोर्ट जारी की गयी है। जिसकी पांचवी साइकिल प्रोसेस में 51 टाइगर रिज़र्व की रिपोर्ट (MEE)2022 सार्वजनिक की गयी है। जिसके अनुसार मध्य भारत और पूर्वोत्तर घाटों के 24 टाइगर रिज़र्व को उत्कृष्ट (एक्सीलेंट) केटेगरी में रखा गया है। इनका MEE स्कोर 77.54% है।
अचानकमार टाइगर रिजर्व को गुड केटेगरी के अनुसार 39 रैंकिंग के साथ MEE-2022 स्कोर 69.70% मिला है। वहीँ उदन्ती सीतानदी टायगर रिजर्व को MEE स्कोर 56.82 % के साथ 48 स्थान मिला है। इंद्रावती का स्कोर 53.69 % है। ये सभी इंडिविजुअल टाइगर रिज़र्व एलिमेंट्स के रूप में वर्गीकृत किये गए है। वहीँ अगर पिछले वर्षो 2006 – 2010 – 2014 के आधार पर तुलना की जाये तो इसबार छत्तीसगढ़ के तीनो टाइगर रिज़र्व की रिपोर्ट में सुधार हुआ है जहाँ इनकी रैंकिंग फेयर से गुड की तरफ हुई है। रिपोर्ट के अनुसार उदंती सीतानदी टाइगर रिज़र्व और इंद्रावती टाइगर रिजर्व ने अच्छा परफॉरमेंस करते हुए रेड कॉरिडोर से निकलकर अपेक्षाकृत अच्छा प्रदर्शन करने वाली श्रेणी में अपनी उपस्थिति दर्ज की है।