रायपुर। विश्व बैंक की सहायता से ‘छत्तीसगढ़ इंक्लूसिव रूरल एण्ड ऐक्सलीरेटेड एग्रीकल्चर ग्रोथ प्रोजेक्ट’ चिराग का क्रियान्वयन राज्य में किया जाएगा। ‘चिराग’ के माध्यम से सरगुजा और बस्तर में कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए कार्य किए जाएंगे साथ ही राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना नरवा-गरूवा-घुरवा-बाड़ी का उन्मुखीकरण विभिन्न विभागीय योजनाओं के समन्वय से किया जाएगा। इस संबंध में छत्तीसगढ़ राज्य शासन के कार्ययोजना को जानने और समझने के लिए विश्व बैंक का 19 सदस्यीय दल 15 से 21 सितम्बर तक राज्य के दौरे पर है। सोमवार को अपर मुख्य सचिव के.डी.पी. राव ने विश्व बैंक के प्रतिनिधि मण्डल और योजना के क्रियान्वयन के लिए राज्य सरकार के चिन्हित विभागों के अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में कृषि, उद्यानिकी, पशुधन विकास, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, वन, समाज कल्याण, महिला एवं बाल विकास, जल संसाधन और ग्रामोद्योग विभाग द्वारा विभिन्न योजनाओं के संबंध में प्रस्तुतिकरण दिया गया। बैठक में सचिव ग्रामोद्योग हेमंत पहारे, संचालक कृषि मुकेश बंसल सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी और विश्व बैंक के प्रतिनिधि उपस्थित थे।