रायपुर। सत्य सांई संजीवनी अस्पताल पीसीएसआई और राज्य सरकार की मदद से प्रदेश के हर जिले में बालहृदय रोग निदान केंद्र स्थापित करेगा। बाल चिकित्सा कार्डियक सोसायटी ऑफ इंडिया के 20वें वार्षिक सम्मेलन के अंतिम दिन राज्यपाल अनुसुईया उइके ने ब्लड बैंक और इंपैक्ट कक्ष का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने बिना कैश काउंटर वाले इस अस्पताल की सराहना की। रविवार को सम्मेलन का तीसरा और समापन दिवस था। इस मौके पर राज्यपाल अनुसुइया उइके ने कहा कि मुझे छत्तीसगढ़ का राज्यपाल होने पर गर्व है, जहां श्री सत्य सांई संजीवनी जैसा विश्वस्तरीय बिना कैश काउंटरवाला अस्पताल स्थापित किया गया है। यहां ब्लड बैंक खोलना एक बहुत ही सराहनीय और प्रासंगिक निर्णय है। यह रोगियों के लिए काफी मददगार होगा। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि श्रीनिवास जी की जितनी भी प्रशंसा किया जाए, कम होगी। उन्होंने अस्पताल के शुरुआती 12 महीनों में पहली सर्जरी करके अपना वादा निभाया। इस दौरान सद्गुरु मधुसूदन सांई ने अपने संबोधन में कहा कि हृदय की समस्या के कारण किसी भी बच्चे की मृत्यु नहीं होनी चाहिए। अब अस्पताल लोगों तक जाएगा और छत्तीसगढ़ में जिलावार बाल हृदयरोग निदान केंद्र स्थापित किया जाएगा। राज्यपाल ने सत्य साईं संजीवनी अस्पताल में सर्जरी कराने वाली 2 साल की आराध्या मद्धेशिया, ओ़डिशा की 14 महीने की अलीभा प्रधान तथा उत्तरप्रदेश की साढ़े चार वर्ष की परी को प्रमाणपत्र प्रदान किया। इस अवसर पर श्री सत्य सांई लोक सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष बीएन नरसिंह मूर्ति, स्वास्थ्य और शिक्षा ट्रस्ट के अध्यक्ष सी. श्रीनिवास सहित अनेक लोग उपस्थित थे। मुख्यमंत्री भी हुए थे शामिल सम्मेलन के दूसरे शनिवार को सम्मेलन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शामिल हुए। उन्होंने यहां सर्जरी के बाद नई जिंदगी पाने वाली 2 साल की दित्या टंडन, 5 साल अशोक साहू और फिजी द्वीप समूह से 8 महीने का अनाया कुमार को प्रमाणपत्र वितरित किया। इस दौरान उन्होंने सत्य सांई अस्पताल के कार्यों की तारीफ भी की।

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