मुख्य सचिव श्री एस.आर. मोहन्ती ने कहा कि मध्यप्रदेश की भौगोलिक स्थिति इसे लॉजिस्टिक हब के लिये एकदम उपयुक्त बनाती है। यही कारण है कि राज्य सरकार चुनिंदा जगहों पर ऐसे हब बनाने के संबंध में गंभीर है। उन्होंने कहा कि उद्योगपतियों से इस सिलसिले में कारगर सुझावों की अपेक्षा है। श्री मोहन्ती आज इन्दौर में ‘मैग्नीफिसेंट एमपी-2019’ में “एमपी एज ए लॉजिस्टिक हब” समानांतर सत्र में बोल रहे थे।
मुख्य सचिव ने वेयरहाउसिंग की दृष्टि से मध्यप्रदेश की विशिष्टताओं का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 तक लॉजिस्टिक कॉस्ट में 10 प्रतिशत की कमी लायी जाने का लक्ष्य है। श्री मोहन्ती ने कहा कि मध्यप्रदेश जनसंख्या की दृष्टि से बड़े राज्यों से घिरा हुआ है। महत्वपूर्ण राज्यों से लगभग बराबर दूरी पर स्थित है। इन तथ्यों के मद्देनजर लॉजिस्टिक्स की दृष्टि से प्रदेश की स्थिति अहम् है। एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू प्रदेश में भूमि की पर्याप्त उपलब्धता है।
श्री मोहन्ती ने राजस्व विभाग द्वारा किये गये डिजिटाइजेशन का उल्लेख किया। उन्होंने उपरोक्त तमाम अहम् तथ्यों के मद्देनजर आशा व्यक्त की कि सभी के प्रयासों से मध्यप्रदेश लॉजिस्टिक हब बनेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पॉलिसी रिलेक्सेशन करते हुए सकारात्मक कदम उठाये गये हैं। श्री मोहन्ती ने कहा कि उद्योगपतियों के सुझावों पर विचार कर अमल किया जायेगा।
लॉजिस्टिक हब बनने के लिये म.प्र. बेहद उपयुक्त : श्री अडानी
सत्र में अडानी विलमार के श्री प्रणव अडानी ने सिंगापुर में आये बदलाव का उल्लेख करते हुए कहा कि देश का हृदय प्रदेश होने के चलते हम कहीं से भी 24 घंटों के भीतर मध्यप्रदेश पहुँच सकते हैं। श्री अडानी ने इस बात पर जोर दिया कि लॉजिस्टिक हब बनने के लिये मध्यप्रदेश बेहद उपयुक्त है और यहाँ इण्डस्ट्रियल कॉरीडोर की स्थापना उपयोगी सिद्ध होगी। सत्र के दौरान कोल्ड स्टोरेज की कमी से संबंधित समस्याओं पर भी चर्चा हुई। श्री अडानी ने मध्यप्रदेश सरकार द्वारा इस दिशा में उठाये जा रहे कदमों की सराहना की।
सरकार और उद्योगपति पुख्ता लॉजिस्टिक प्लान बना सकते हैं : श्री तनेजा
अर्नस्ट एंड यंग के श्री गौरव तनेजा ने कहा कि सरकार और उद्योगपति मिलकर एक पुख्ता लॉजिस्टिक प्लान बना सकते हैं। ट्रांसपोर्ट से संबंधित विभिन्न पहलुओं का जिक्र करते हुए उन्होंने इस सिलसिले में जरूरी कदम उठाये जाने की अपेक्षा की। श्री तनेजा ने स्किलिंग के महत्व को प्रतिपादित करते हुए कहा कि लॉजिस्टिक को स्किल्ड लोगों की आवश्यकता है। वॉल मार्ट के सीईओ श्री कृष अय्यर ने प्रदेश में लॉजिस्टिक हब को उपयोगी बताया।
अंत में मुख्य सचिव ने बड़ी संख्या में आये उद्योगपतियों की शंकाओं का समाधान करते हुए उन्हें आश्वस्त किया कि लॉजिस्टिक हब के परिप्रेक्ष्य में उद्योगपतियों को सभी जरूरी सहूलियतें मुहैया कराई जायेंगी।