लड़की से चैटिंग करते दिखे एसएसपी
डीजीपी से शिकायत कर 5 आईपीएस अधिकारियों पर लगाए गंभीर आरोप

एसएसपी वैभव कृष्ण ने वीडियो को बताया साजिश का हिस्सा
एसएसपी ने तीन कथित वीडियो सोशल मीडिया पर हो रहे वायरल
एसएसपी ने कहा- जांच से बौखलाकर मुझे बदनाम करने की साजिश की जा रही है

नोएडा/ लखनऊ/उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर के एसएसपी के कथित वीडियो बुधवार देर शाम वायरल हो गए। वीडियो में एसएसपी लेटे हुए लड़की से चैटिंग करते दिखाई दे रहे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि इस वीडियो को चैट करने वाली लड़की ने खुद ही रिकार्ड किया है और फिर उसे वायरल किया है। हालांकि एसएसपी वैभव कृष्ण ने उप्र के पांच आईपीएस अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उनको बदनाम करने के लिए जानबूझकर साजिश रची जा रही है। इसको लेकर उन्होंने डीजीपी और अपर मुख्य सचिव को पत्र लिखा है।

नोएडा के एसएसपी वैभव कृष्ण ने अपने खिलाफ वायरल हुए वीडियो को लेकर डीजीपी को पत्र लिखकर पांच आईपीएस अधिकारियों के खिलाफ आरोप लगाए हैं। डीजीपी व अपर मुख्य सचिव गृह को सौंपी एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए वैभव कृष्ण ने कहा है कि उन्होंने पत्रकारिता के नाम पर संगठित गिरोह चलाने वाले कथित पत्रकारों उदित गोयल, सुशील पंडित व चंदन राय को जेल भेजा था, इसी मामले में लखनऊ के नितीश शुक्ला के खिलाफ भी कार्रवाई हुई थी।

वाट्सअप चैटिंग में सामने आयी थी ट्रांसफर पोस्टिंग की बात
वैभव कृष्ण के मुताबिक चंदन की आइपीएस अजयपाल शर्मा, आइपीएस सुधीर सिंह, आइपीएस हिमांशु कुमार आइपीएस राजीवनारायण मिश्रा व आइपीएस गणेश साहा के साथ ट्रांसफर पोस्टिग को लेकर की गई बातचीत व वाट्सएप चैटिंग जांच में सामने आई थी। उसी समय से मेरे खिलाफ लगातार साजिश हो रही है। अब निजी स्तर पर बदनाम करने के लिए फेक वीडियो वायरल कराए जा रहे हैं।

कथित वीडियो को लेकर एसएसपी ने दी सफाई

कथित वीडियो के वायरल होने के बाद देर शाम एसएसपी वैभव कृष्ण ने अपने आवास पर किहा कि उनके नाम से तीन फर्जी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किए जा रहे हैं, जिनमें पीछे से किसी लड़की की आवाज सुनाई दे रही है। यह वीडियो साजिश के तहत उन्हें बदनाम करने के लिए वायरल किए गए हैं।

उन्होंने बताया कि यह वीडियो किसी आपराधिक और उनकी छवि को धूमिल करने के लिए अपराधिक तत्वों द्वारा वायरल किया जा रहा है। तीन फर्जी वीडियो हैं, जिसमें पीछे से किसी युवती की आवाज सुनाई दे रही है। जिसे वायरल किया जा रहा है इस संबंध में विधिक कार्रवाई के लिए थाना सेक्टर 20 नोएडा में एफआइआर पंजीकृत की जा रही है।

पुलिस महा निरीक्षक मेरठ से अनुरोध कर इसकी विवेचना किसी अन्य जनपद से निष्पक्ष रूप से कराए जाने का अनुरोध किया जा रहा है ताकि इन अपराधियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जा सके।

एसएसपी ने बताया कि भ्रष्टाचार से संबंधित कुछ अति संवेदनशील प्रकरणों में प्रशासनिक रिपोर्ट लगभग 1 माह पूर्व ही कार्यालय में प्रेषित की गई थी विवेचना के दौरान इस वीडियो का स्रोत कहां से भेजा गया एवं फॉरवर्ड किया गया तक पहुंचकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने ने कहा जनपद में विगत 1 वर्ष में कई संगठित अपराध अपराधियों एवं कई भ्रष्टाचार के प्रकरण का खुलासा किया गया है एवं कई सफेदपोश दलाली एवं एक्सटॉर्शन करने वाले लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है ऐसा प्रतीत होता है कि इन सब कारणों से तिल मिलाकर ही व्यक्तिगत छवि खराब करने के लिए इस तरीके की हरकत की जा रही है।

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