जगदलपुर । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में 5 हजार स्थाई शिक्षक-शिक्षिकाओं की भर्ती करने का ऐलान किया है। इसमें से 7 हजार से अधिक शिक्षक-शिक्षिकाएं आदिवासी अंचलों की शालाओं को मिलेंगे। यहां गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह में मुख्यमंत्री ने तीन बड़ी घोषणाएं की। उन्होंने कहा कि आगामी शिक्षा सत्र से प्राथमिक शालाओं में छत्तीसगढ़ी, गोंडी, हल्बी, भतरी, सरगुजिया, कोरवा, पांडो, कुडुख, कमारी में भी होगी पढ़ाई की व्यवस्था जबकि स्कूलों में किया जाएगा संविधान की प्रस्तावना का वाचन। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ की महान विभूतियों की जीवनी पर परिचर्चा जैसे आयोजन स्कूलों में होंगे। मुख्यमंत्री ने जगदलपुर में ध्वजारोहण कर ली परेड की सलामी।उन्होंने कहा कि हम दो दशकों के इतिहास में पहली बार लगभग 15 हजार स्थाई शिक्षक-शिक्षिकाओं की भर्ती कर रहे हैं, जिससे 7 हजार से अधिक शिक्षक-शिक्षिकाएं आदिवासी अंचलों की शालाओं को मिलेंगे। उच्च शिक्षा को सुविधाजनक और गुणवत्तायुक्त बनाने के लिए प्रदेश में 10 आदर्श महाविद्यालयों की स्थापना, 54 महाविद्यालयों में अधोसंरचना विकास हेतु आर्थिक सहायता दी गई है, वहीं दूसरी ओर सहायक प्राध्यापक, ग्रंथपाल, क्रीड़ा अधिकारी के लगभग 1500 पदों पर भर्ती की जा रही है। 34 सरकारी कॉलेजों में लगभग 4 हजार तथा 56 अशासकीय कॉलेजों में 6 हजार सीटें बढ़ाई गई हैं। हर जिले में कन्या छात्रावास की उपलब्धता को अनिवार्य बनाया गया है।