अंबिकापुर. सरगुजा जिले के सीतापुर में कक्षा 8वीं में पढ़ने वाली सपना अपने अरमानों को पूरा करने के लिए हर रोज नदी के किनारे रेत पर 3 से 4 किमी दौड़ती है। मकसद साफ है- उसे देश का नंबर एक धावक बनना है। इन सबके बीच उसकी गरीबी आड़े न आ जाए, इसलिए डाइट पूरी करने के लिए सहेलियों के साथ नदी में मछली पकड़ती है। जब मछलियां ज्यादा हो जाती हैं तो उन्हें सुखाकर आगे के लिए रख लेती है। जिला स्तरीय मैराथन में क्वालीफाई करने के लिए सपना जूतों के टूटने पर सिर्फ मोजे पहनकर दौड़ी और विजेता बन गई।
सपना के अंदर जूनुन है, वह जिला स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेने मेहनत कर रही है। अभावों में भी वह बेहतर प्रदर्शन कर रही है। आर्थिक रूप से उसका परिवार कमजोर है। स्कूल की तरफ से हम लोग उसका साथ देंगे।