शपथ लेने के बाद केजरीवाल ने कहा, ‘‘आज आपके बेटे ने तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। ये मेरी नहीं आप लोगों की जीत है। हर दिल्लीवाले की जीत है। हर मां-बहन की जीत है। पिछले 5 सालों में हमारी कोशिश रही है कि दिल्ली के हर परिवार की जिंदगी में खुशहाली ला सकें। दिल्ली का तेजी के साथ विकास हो और अगले 5 साल भी यही कोशिश जारी रहेगी। चुनाव में कुछ लोगों ने आप, भाजपा और कांग्रेस को वोट दिया। लेकिन मैंने आज शपथ ली है तो सबका मुख्यमंत्री हूं। मैं भाजपा और कांग्रेस वालों का भी सीएम हूं। 5 साल में कभी किसी के साथ सौतेला व्यवहार नहीं किया।’’

‘‘दिल्ली के दो करोड़ परिवारों से कहना चाहता हूं कि चुनाव अब खत्म हुआ। सभी 2 करोड़ लोग मेरे परिवार का हिस्सा हैं। बिना हिचक मेरे पास आ जाना, सबका काम करूंगा। चाहे किसी भी धर्म या जाति के हो। मैं सबके साथ मिलकर काम करना चाहता हूं। चुनाव में विरोधियों ने जो कहा मैंने सबको माफ कर दिया है। जो उठापटक हुई सब भूल जाओ। केंद्र के साथ मिलकर काम करेंगे। प्रधानमंत्री को भी शपथ ग्रहण का न्योता भेजा था। वे शायद व्यस्त हैं, इसलिए आ नहीं पाए। दिल्ली को आने बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री का भी आशीर्वाद चाहता हूं।’’

आप को 62, भाजपा को 8 सीटें मिलीं

दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 8 फरवरी को वोट डाले गए थे। 11 फरवरी को आए नतीजों में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 62 सीटें जीतकर सत्ता की हैट्रिक लगाई। वहीं, भाजपा को 8 सीटें मिलीं, पिछले चुनाव के मुकाबले उसे 5 सीटों का फायदा हुआ है। कांग्रेस 2015 की तरह इस बार भी खाता नहीं खोल पाई।