राजधानी रायपुर के फल-सब्जी उपमंडी प्रांगण बाराडेरा में आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय कृषि मेला के दूसरे दिन कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने आज प्रदेश के प्रगतिशील कृषकों को सम्मानित किया। कृषि, मत्स्यपालन, उद्यानिकी फसलों के उत्पादन में उल्लेखनीय कार्य करने वाले कृषकों को अनुदान राशि का चेक और प्रशस्ति पत्र तथा शॉल भेंट कर सम्मानित किया गया।
राष्ट्रीय कृषि मेला में कृषि मंत्री चौबे ने प्रदेश के अनाज, दलहन और तिलहन फसलों के उन्नत प्रमाणित बीजों का उत्पादन कार्यक्रम लेने वाले 107 कृषकों को चेक एवं प्रशस्ति पत्र, कृषि यंत्र सेवा केन्द्र स्थापना के लिए अनुदान राशि का चेक, छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी दुग्ध महासंघ के दुग्ध उत्पादक कृषकों को पुरस्कार राशि का चेक और मत्स्यपालन विभाग के मछली वितरकों को ऑटो एवं मोटरसायकल का चाबी तथा पशुपालन विभाग के हितग्राहियों को पशुपालन हेतु नवीन केसीसी ऋण स्वीकृति का चेक एवं अनुदान राशि का चेक भेंट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर प्रमुख सचिव कृषि और कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. मनिन्दर कौर द्विवेदी, कृषि सचिव श्री धनंजय देवांगन, कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एस.के. पाटिल, कामधेनु विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. नारायण दक्षिणकर एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा कृषक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
खेती किसानी के काम-काज को सरल और तेजी से पूरा करने के लिए अनेक औजारों और अत्याधुनिक कृषि यंत्रों का कृषि मेला में प्रदर्शन किया जा रहा है। मेले में बोवाई से लेकर फसल की कटाई से संबंधित उपकरणों रोटावेटर, मलचर, राईस डी-हस्कींग मशीन, मिनी राईस मिल, मक्का छिलाई यंत्र, गन्ना कटाई यंत्र, ढेस निकालने की मशीन सहित अनेक उपकरण प्रदर्शित किए गए है।
मेले में स्वचलित यंत्रों के अलावा हाथों से चलाए जाने वाले अनेक यंत्र और औजार भी रखे गए है। छत्तीसगढ़ के दूर दराज से आने वाले किसानों को इन यंत्रों के संबंध में जानकारी कृृषि विभाग और निजी कंपनियों द्वारा दी जा रही है। कृषि विभाग के अधिकारी छत्तीसगढ़ शासन द्वारा कृषि उपकरणों पर मिलने वाली छूट के बारे में भी जानकारी दे रहे है। किसान उत्सुकता के साथ नए और उन्नत किस्म के इन औजारों का अवलोकन कर रहे है।
कृषि अभियांत्रिकी के स्टॉल में निजी कंपनी द्वारा खेती किसानी से जुड़े कार्यों के लिए हाल्टिकल्चर मेकेनाईजेशन किट की बिक्री की जा रही है। इस किट में कृषि कार्य में उपयोगी 41 औजार शामिल हैं। जिनमें अनाज फसल की कटाई के लिए दराती, पौधे लगाने के पंजे, आम की झोली, फरशी कुल्हाड़ी, खरपतवार को हटाने के लिए उपयोगी गकट, सूखे पत्तों से जैविक उर्वरक तैयार करने में उपयोगी दताल, भिण्डी कटर, कद्दू दराती, पौधा बोवाई औजार मुख्य रूप से शामिल हैं। यह किट किसान परिवार के सभी सदस्यों को ध्यान में रखकर बनाया गया है। किट में शामिल चारा कटर एवं अन्य यंत्र पशुपालन में भी उपयोगी है। इसका प्रयोग किसान मिक्सड फार्मिंग के लिए भी कर सकेंगे।