राज्य में नोबल कोरोना वायरस कोविड-19 के कारण हुए लॉकडाउन में भी आम जनता को सुगमता से हरी साग-सब्जियां उपलब्ध हो पा रही हैं। लोगों को इससे रोजमर्रा की जिंदगी में आवश्यक वस्तुओं के लिए बड़ी सुविधा हो गई है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल और उनके नेतृत्व में सरकार द्वारा लिए गए अह्म फैसलों के फलस्वरूप राज्य में सब्जियों के दाम स्थिर बने हुए हैं। लोगों को रोजमर्रा की सामग्री भी नजदीक में आसानी से मिल पा रही है।
मुख्यमंत्री बघेल ने 21 दिन के लॉकडाउन के दौरान आवश्यक वस्तुओं की पूर्ति और कालाबाजारी पर रोकथाम के लिए राज्य के सभी कलेक्टरों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए थे। उन्होंने व्यापारियों से भी आग्रह किया था कि वे संकट की घड़ी में मानवीयता का ध्यान रखते हुए व्यापार करें। व्यापारियों ने भी इसमें अपना साथ दिया। लॉकडाउन के दौरान सब्जियां लोगों को उनके घरों के पास और मोहल्लों तथा कालोनियों के पास सुगमता से मिल जा रही है।
छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस (कोविड-19) केे संक्रमण से बचाव के लिए पर्याप्त सेनेटाइजर की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेेल ने प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए आवश्यक सेनेटाइजर की बढ़ती मांग को देखते हुए राज्य में संचालित दो डिस्टिरियों को सेनेटाइजर उत्पादन की स्वीकृति प्रदान की थी। जिसके परिणाम स्वरूप आज राज्य में 59 हजार 193 लीटर सेनेटाइजर की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकी। आज सभी दवाई दुकानों में वाजिब दाम पर सेनेटाइजर उपलब्ध है। दुर्ग जिले के कुम्हारी स्थित छत्तीसगढ़ डिस्टिलरी लिमिटेड द्वारा 21 हजार 800 लीटर सेनेटाइजर का उत्पादन किया गया है। इसी प्रकार मुंगेली जिले के भाटिया वाइन मेरचेंट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 22 हजार 393 लीटर और बिलासपुर जिले के छेरकाबांधा (कोटा) के वेलकम डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 15 हजार लीटर सेनेटाइजर का उत्पादन किया गया है।