कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 16 मई को आज  ‘स्पेशल प्रेस ब्रीफिंग’ के माध्यम से  केंद्र सरकार के आर्थिक पैकेज पर अपनी राय सामने रखी.राहुल ने  कहा,

”जब बच्चों को चोट पहुंचती है, तो मां उनको कर्जा नहीं देती, बल्कि राहत के लिए तुरंत मदद देती है. कर्ज का पैकेज नहीं होना चाहिए था, बल्कि किसान, मजदूरों की जेब में तुरंत पैसे दिए जाने की आवश्यकता है.”

कुछ जरूरी बिंदु जो राहुल गांधी ने कहा –

  • राहुल गांधी ने कहा कि हमें हिंदुस्तान के दिल को देखकर निर्णय लेना है, विदेश को देखकर कोई निर्णय नहीं लेना है।
  • उन्होंने कहा कि किसानों और श्रमिको के खातों में सीधे पैसे ट्रांसफर किए जाने की जरूरत है।
  • छत्तीसगढ़ सरकार किसानों मजदूरों के खातों में सीधे ट्रांसफर कर रही है।
  • छत्तीसगढ़ सरकार के मुख्यमंत्री के कार्यों को लेकर कहा को छत्तीसगढ़ सरकार अच्छा काम कर रही है। ये बात एक पत्रकार से बातचीत के दौरान कहा।
  • कोरोना से लड़ने के लिए देश को दो मोर्चों पर ज्यादा काम करने की जरूरत है- एक हेल्थ और दूसरा अर्थव्यवस्था। फूड का सेफ्टी नेट तैयार करना होगा। जिनके पास राशन कार्ड नहीं हैं, उन्हें भी मुफ्त राशन दीजिए।
  • न्याय योजना के तहत पैसे दीजिए, भले ही आप इस योजना का नाम न दें और दूसरा नाम यूज करें।
  • लॉकडाउन से ही बात नहीं बनेगी, आपको अपनी ताकत और संसाधन का सही से इस्तेमाल करना होगा।