भोपाल। चंबल नदी के किनारे-किनारे श्योपुर से लेकर मुरैना के साथ-साथ भिंड तक राजमार्ग का निर्माण प्रोजेक्ट है। जिसको कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने ठंडे बस्ते में डालते हुए सिंधिया खेमे को नाराज़ भी किया था। सिंधिया ने पत्र लिखकर भिंड जिले को भी चंबल एक्सप्रेस वे में शामिल करने को कहा था।

यह करीब  200 किलोमीटर का एक्सप्रेस वे है। इस मार्ग के बनने से गोरस, श्यामपुर, पोरसा, अटेर जैसे कस्बे सीध तौर पर मुख्यधारा में आ जाएंगे।

आज भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अगुवाई में हुई मंत्रालय मीटिंग में चंबल एक्सप्रेस वे का नाम बदलकर चंबल प्रोग्रेस वे दिया गया है। जो अब नए प्रारूप के तहत काम करेगा।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि –

मैंने अभी-अभी मंत्रालय में हुई मीटिंग में ये फ़ैसला लिया है कि मैंने मेरे पिछले कार्यकाल में जो ‘चंबल एक्सप्रेस वे’ बनाने का फ़ैसला लिया था, और जिसे कांग्रेस सरकार ने ठंडे बस्ते में डाल दिया था, उसे एक नए प्रारूप में ‘चंबल प्राग्रेस वे’ के नाम से तुरंत बनाया जाएगा।

पूर्व में ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा कमलनाथ को लिखा गया पत्र । चंबल एक्सप्रेस वे के लिए ।

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