अम्बिकापुर: जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी  कुलदीप शर्मा एवं जिला पंचायत उपाध्यक्ष  राकेश गुप्ता द्वारा आज मानिकप्रकाशपुर ग्राम पंचायत में मनरेगा के तहत चल रहे गोविन्दा तालाब गहरीकरण के कार्य का निरीक्षण किया गया। उन्होंने बैंक सखी द्वारा किये जा रहे कार्य की सराहना करते हुए कोविड-19 सुरक्षा किट देकर प्रोत्साहित किया। बैंक सखियों के द्वारा आज जिले के 73 ग्राम पंचायतों के 897 मजदूरों को 16 लाख रूपए का भुगतान किया गया। बैंक सखियों के द्वारा कार्यस्थल पर अपने लेपटॉप एवं मार्फो की मदद से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कार्यस्थल पर ही मजदूरों को नगद भुगतान किया जा रहा है। मनरेगा के कार्यस्थलों पर प्रति 15 दिन में बैंक सखी के द्वारा मजदूरी भुगतान किया जाएगा।
ज्ञातव्य है कि कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर के मार्गदर्शन में कोराना संकट काल में सरगुजा जिले में मनरेगा और राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) के अभिसरण से बैंक सखियों द्वारा मनरेगा कार्यस्थल पर ही मजदूरी की राशि का भुगतान की अभिनव पहल करते हुए एक ही दिन में 16 लाख रूपए का भुगतान की हैं। लॉकडाउन अवधि में बैंक सखियों के द्वारा गांव-गांव जाकर 7 करोड़ 50 लाख रूपए का भुगतान किया गया है। जिला प्रशासन ने ग्रामीणों को उनके ग्राम में ही अधिक से अधिक कार्य मिले तथा ग्रामीण अर्थ व्यवस्था की मजबूती के लिए मनरेगा में 1 हजार 926 कार्य स्वीकृत किए हैं जिसमें 1 लाख 8 हजार मजदूर कार्यरत् हैं।   कार्यस्थल पर कार्य कर रही श्रीमती उर्मिला एक्का ने बताया कि उसे पहली बार बिना बैंक गए कार्यस्थल पर ही रूपए मिला है। उन्होंने बताया कि पहले मजदूरी की राशि प्राप्त करने के लिए ग्रामीण बैंक अम्बिकापुर आटो से जाया करती थी जिससे पैसे और समय दोनों व्यय होता था।
महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगारगारंटी योजनातंर्गत जिले में 1 हजार 926 कार्य जिसकी लागत की राशि 25 करोड़ 84 लाख के चल रहे हैं। कार्यों में मुख्यतः जल संरक्षण एवं जल संवर्धन कृषि सिंचाई से संबंधित कार्य चल रहे हैं। कोविड-19 के संक्रमण से बचाव हेतु सभी कार्य स्थलों पर सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क, साबुन, सैनिटाइजर के उपयोग के साथ कार्य किया जा रहा है।