भोपाल। मध्यम वर्गीय और निम्न वर्गीय परिवारों के सपनों को सच करने के मंच के रूप में अपने पुस्तकालयों और वाचनालयों को विकसित करें | यह समाज के लिए बौद्धिक,अभिव्यक्ति और प्रतिभा का मंच है। संभागायुक्त और प्रशासक नगर निगम श्री कवींद्र कियावत ने निरीक्षण के दौरान आज नगर निगम पुस्तकालय और वाचनालय को व्यवस्थित और उच्च स्तरीय बनाने के लिए आवश्यक निर्देश दिए। शहर के 6 पुस्तकालयों और 2 वाचनालयों के निरीक्षण के दौरान उनके साथ अपर आयुक्त नगर निगम श्री मयंक वर्मा और जनसंपर्क अधिकारी ( नगर निगम ) श्री प्रेमशंकर शुक्ला भी थे। सोशल डिस्टेंसिंग और बचाव के सभी उपाय अपनाते हुए आगामी समय में पुस्तकालयों और वाचनालयों का संचालन करें | अनुपयोगी चीजों को हटाएं, साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें। श्री कियावत ने आज शीतल प्रसाद तिवारी पुस्तकालय एवं बुक बैंक 5 नंबर, फायर बिग्रेड कार्यालय पुस्तकालय कोलार, आचार्य नरेंद्र देव पुस्तकालय एवं बुक बैंक कमला पार्क, अंबेडकर लाइब्रेरी, वार्ड नंबर 14 सुरेंद्र पटेल पुस्तक महल, स्वामी विवेकानंद लाइब्रेरी दाता कॉलोनी एयरपोर्ट रोड, वार्ड नंबर 48 वाचनालय और वार्ड नंबर 27 विवेकानंद पार्क वाचनालय का निरीक्षण किया।उन्होंने जो चीज उपयोगी ना हो उसे हटाने और जो उपयोगी हो उसे व्यवस्थित करने के सिद्धांत पर कार्य करने के लिए कहा। पुस्तकालयों और वाचनालयों में आने वाले सभी व्यक्तियों और बच्चो की एकीकृत और समान रजिस्ट्रेशन प्रणाली अपनाएं। आने वाले सभी बच्चों और व्यक्तियों को मेंबरशिप कार्ड दें, उसके हिसाब से उन्हें पुस्तकें इश्यू की जाएं। रजिस्टर में आने जाने का समय और मोबाइल नंबर लिखें । अपनी लाइब्रेरी का व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर सभी सदस्यों को पुस्तकालय में आने वाली नई पुस्तकों और मैगज़ीन की सूचना भी दें।सदस्यता बढ़ाने के लिए आसपास के 2 किलोमीटर के क्षेत्र में स्थित सभी शासकीय और निजी विद्यालयों में संपर्क करें और उन्हें संस्थागत और व्यक्तिगत सदस्यता लेने के लिए प्रोत्साहित करें। पुस्तकालयों में खरीदी और डोनेट की गई सभी पुस्तकों का श्रेणीवार कैटलॉग बनाएं। प्रत्येक श्रेणी के अन्तर्गत पुस्तकों की सूची अनुसार नंबरिंग करें और इसी क्रम में उसे अलमारी में रखें | इससे इन पुस्तकों को ढूंढने और रिकॉर्ड रखने में आसानी होगी। दैनिक न्यूजपेपर को छोड़कर सभी मासिक मैगज़ीन और पुस्तकें नगर निगम खरीदकर इन पुस्तकालयों में भेजे ताकि सभी पुस्तकालयों में पुस्तकों और मैगज़ीन की एक समान निरंतरता बनी रहे। सभी में राष्ट्रीय पेपर के साथ हिंदी और अंग्रेजी भाषा के लोकल न्यूज पेपर भी रखें। प्रतियोगी परीक्षा की पुस्तकों को छोड़कर पुरानी मैगज़ीन के अंक और 7 दिन से अधिक पुराने न्यूजपेपर नहीं रखें | प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे बच्चों से फीडबैक और पुस्तकों के नाम लेकर उसकी डिमांड सूची अनुसार पुस्तकेंवखरीदें। ख़ाली पड़े अतिरिक्त कक्ष और बाहर के स्थान को समाज में बौद्धिक चर्चा और बच्चो को उनकी प्रतिभा दिखाने के अभिव्यक्ति मंच के रूप में उपयोग करें। पुस्तकालयों और वाचनालय को इस तरह संचालित करें कि इसका उपयोग सभी उम्र के लोग कर सकें। यह सभी वर्गो की अभिव्यक्ति और प्रतिभा दिखाने का मंच बने। यह हमारे कार्य का एक विशेष हिस्सा होने के साथ साथ हमारी सामाजिक जिम्मेदारी भी
हैं।