रायपुर: गृह मंत्री  ताम्रध्वज साहू ने कोरोना बीमारी की संक्रमण की रोकथाम के लिए लोगों को जागरूक करने को कहा है। उन्होंने इस बीमारी से बचने के लिए सावधानी बरतने तथा देश के अन्य राज्यों से आए श्रमिकों एवं अन्य लोग जिन्हें क्वारेंटाईन सेंटरों में रखा गया हैं वे बाहर नहीं जाएं इसके लिए सरपंच, सचिव एवं पटवारी की जवाबदेही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। उन्होंने क्वारेंटाईन सेंटरों में चाय, नाश्ता, भोजन-पानी और समुचित सुरक्षा व्यवस्था के भी निर्देश दिए हैं। श्री साहू ने आज अपने रायपुर निवास कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए गरियाबंद जिले के काम-काज की समीक्षा की। उन्होंने सभी विभागों के जिला अधिकारियों से विभागवार योजनाओं की प्रगति और विभागीय गतिविधियों की जानकारी ली।
मंत्री  साहू ने जिले के पहुंच विहीन क्षेत्रों में बरसात के पहले खाद्यान्न का भण्डारण करने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि मानसून के पहले खाद और बीजों का पर्याप्त भण्डारण सुनिश्चित कर लें, ताकि किसानों को खाद, बीज की कमी नहीं हो। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप सुराजी गांव योजना नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी विकास के तहत लक्ष्य निर्धारित कर परिणाम मूलक कार्य करने को कहा। मंत्री श्री साहू ने निर्माण कर्याें में गुणवत्ता पर विशेष ध्यान रखने को कहा। उन्होंने कहा कि बरसात के मौसम में आवागमन नहीं रूके और कोई भी गांव पहुंच विहीन नहीं रहे, इसके लिए जिन नदी-नलों पर पूल बनाना हो उसे चिन्हित करें और प्राथमिकता से पूर्ण कराएं। उन्होंने लोक निर्माण, जल संसाधन, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा सहित विभिन्न निर्माण विभागों को आय का श्रोत बढ़ाने के लिए खाली पड़े शासकीय भूमि एवं अधिकारियों-कर्मचारियों के ऐसे आवासीय परिसर जो काफी पुराने और जीर्ण हो गए है उन स्थानों पर नये आवासीय कॉम्लेक्स के साथ ही शॉपिंग कॉम्पलेक्स बनाने को कहा, ताकि उन स्थानों का उपयोग नए आवास के साथ ही व्यवसायिक रूप से किया जा सके।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा बैठक में मंत्री  साहू ने नियमित रूप से राशन दुकान खुलने, सूखा मध्यान भोजन और रेडी-टू-ईट वितरण, सही समय पर सामाजिक सुरक्षा पेंशन का भुगतान, नदी किनारे और सड़कों के किनारे सघन वृक्षारोपण कराने के निर्देश दिए। उन्होंने पुलिस जवानों को अनुशासित रहने और आम जनता से अच्छा व्यवहार करने को कहा। उन्होंने भू-अर्जन से संबंधित प्रकरणों का त्वरित निराकरण, सिंचाई का रकबा बढ़ाने एनीकटों का रख-रखाव, फूड प्रोसेसिंग के लिए कार्य योजना, समर्थन मूल्य पर लघु वनोपजों की खरीदी, रोजगार सृजन, पेय जल, मौसमी बीमारियों से बचाव की तैयारी, पट्टा वितरण एवं नवनीकरण, डूबान क्षेत्रों को चिन्हित कर वहां आवश्यक तैयारी, नदी-नालों की सफाई के साथ ही लोक सेवा गारंटी अधिनियम के तहत् समयसीमा में प्रकरणों के निराकरण के निर्देश दिए।