छत्तीसगढ़ राज्य में ’गुरू तुझे सलाम अभियान’ के गुरुवार को हुए संकुल स्तरीय शुभारंभ अवसर पर शासकीय प्राथमिक शाला सिरपुर के शिक्षक राजाराम पटेल ने राज्य के सभी शिक्षकों का अभिवादन करते हुए कहा शिक्षक ’शिक्षक कभी साधारण नहीं होता, प्रलय और निर्माण उसकी गोद में पलते हैं।’ शिक्षक श्री पटेल अपने दायित्व एवं सामाजिक सरोकार के लिए जाने जाते है। कमजोर परिवार के विद्यार्थियों एवं निःशक्त छात्रों की मदद कर इन्होंने न सिर्फ अपना बल्कि शिक्षक समुदाय का मान बढ़ाया है। शुभारंभ अवसर पर शासकीय प्राथमिक विद्यालय सिरबोड़ा और संकुल के नोडल धमेन्द्र राणा ने सभी गुरूजनों से बच्चों के सर्वांगीण विकास पर ध्यान देने का आग्रह किया। स्कूल शिक्षा की वेबसाईट ऑनलाइन पोर्टल के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश में आज से ’गुरू तुझे सलाम अभियान’ संकुल स्तरीय अभियान का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर एक छोर दंतेवाड़ा से लेकर दूसरे छोर सरगुजा तक के शिक्षक जुड़े और अपने अनुभव एक-दूसरे से साझा किए। वेबैक्स के माध्यम से संकुल अंतर्गत विद्यालयों के शिक्षक वीडियो कांफ्रेसिंग से जुड़े और सभी ने शिक्षकीय जीवन के ऐसे क्षण ’अहा मूवमेंट’ - जिसमें कोई नया आइडिया, यादगार पल आपस में साझा किए। उच्च प्राथमिक विद्यालय सिरबोड़ा की शिक्षिक श्रीमती अनिता साहू ने अपने जीवन के अनमोल क्षणों को दर्शाते हुए बताया कि वे एक शिक्षक परिवार से संबंध रखती हैं और शिक्षक के महत्व को भलीभांति जानती हैं। उन्होंने विद्यालय के आर्थिक रूप से कमजोर एक विद्यार्थी के सफलता की कहानी और अपने योगदान को बताया। शासकीय प्राथमिक शाला सिरपुर के संकुल समन्वयक श्री विशाल ने बताया कि यह महत्वपूर्ण कार्यक्रम है और इसकी सफलता में शिक्षकों का अहम योगदान है। सभी शिक्षक वर्चुअल क्लास लेने के लिए अधिक से अधिक बच्चों को प्रेरित करें। रविवार तक सभी शिक्षक अपना-अपना वर्चुअल क्लास का समय निर्धारण कर सूचित करें, ताकि सोमवार को वर्चुअल क्लास का टाईल-टेबल साझा किया जा सके। उन्होंने कहा कि बच्चों के भविष्य के साथ शिक्षक का सम्मान जुड़ा है। शासकीय प्राथमिक विद्यालय पालीडीह के शिक्षक श्री टीकेलाल साहू ने अपने एक विद्यार्थी की सफलता का उल्लेख किया। कार्यक्रम में सर्वश्री सुदाम साहू, खिरोद चौधरी, जुगेन्द्र किशोर साहू, लोकनाथ प्रधान, सुभाष प्रधान, श्रीमती सुलोचना पटेल, श्रीमती मृणालिनी भोई ने भी जीवन के अनमोल क्षणों को सभी के साथ जीवंत साझा किया। इसी प्रकार दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा गीदम के संकुल केन्द्र बारासुर में संकुल समन्वयक श्री भूपेन्द्र श्रीवास द्वारा संकुल अंतर्गत सभी शालाओं के शिक्षकों से जुड़कर अनुभव साझा किए। इस मीटिंग में सभी शिक्षक भावनात्मक रूप से जुड़े और उन्होंने अपनी जिंदगी के यादगार लम्हें सभी के साथ साझा किए। शिक्षकों ने इस अभियान के सकारात्मक पहल की प्रशंसा की। इसी तर्ज पर विद्यार्थियों की 13 जून को और पालकों की 16 जून को वेबैक्स के माध्यम से बैठक होगी। संकुल स्रोत केंन्द्र सेमलिया के समस्त शिक्षकों की ऑनलाईन बैठक सिस्को वेबैक्स के मीटिंग एप के माध्यम से संपन्न हुई। शिक्षकों ने शिक्षकीय जीवन के अनुभव को
साझा किया।