लोकसभा चुनाव के दौरान जब पिछले साल एक मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या के बाजार गए थे तो राम मंदिर से दूरी बनाकर ही रहे थे। पिछले साल जब 1 मई को अयोध्या के मया बाजार में आयोजित चुनावी रैली में पीएम मोदी शामिल रहे। मोदी का रैली स्थल रामजन्मभूमि से 24 किमी की दूरी पर ही था।

अपने संबोधन में उन्होंने राम से लेकर रामायण तक जिक्र तो किया था लेकिन राम मंदिर पर कुछ नहीं बोले थे। अब 5 अगस्त को अयोध्या में जब राम मंदिर के लिए भूमि पूजन होगा तो पहली बार बतौर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामजन्मभूमि आएंगे।
कोरोना वायरस को ध्यान में रखते हुए इस कार्यक्रम में सीमित लोग ही शामिल हो पाएंगे। बता दें कि राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से प्रधानमंत्री कार्यालय को 3 और 5 अगस्‍त की तारीख भेजी गई थी। पीएमओ ने 5 अगस्‍त को चुना है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस भूमि पूजन में शिरकत करेंगे।

राम मंदिर ऐसा होगा

अयोध्‍या में शनिवार को हुई बैठक के बाद ट्रस्‍ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि राम मंदिर 161 फीट ऊंचा होगा। इसमें अब तीन की बजाय पांच गुंबद बनाए जाएंगे। चंपत राय ने बताया कि सोमपुरा मार्बल ब्रिक्स ही मंदिर का निर्माण करेगा। सोमनाथ मंदिर को भी इन लोगों ने बनाया है, मंदिर बनाने में पैसे की कमी नहीं होगी, मंदिर के लिये 10 करोड़ परिवार दान देंगे।