कोरोना महामारी के कारण प्रदेश की खेल गतिविधियों पर काफी असर पड़ा है। ऐसी परिस्थिति में जिला स्तर पर खेल गतिविधियों और खेल अधो-संरचनाओं की स्थिति जानकर खेलों और खिलाड़ियों के लिए आवश्यक कार्यवाही करने के उद्देश्य से शनिवार को प्रमुख सचिव खेल श्री पंकज राग एवं संचालक खेल और युवा कल्याण श्री पवन कुमार जैन ने प्रदेश के सभी जिला खेल अधिकारियों से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से सीधे बात की।
यह पहला अवसर था जब टी. टी. नगर स्टेडियम के ध्यानचंद हाल में बैठकर अधिकारियों ने वेबेक्स वीडियो कांफ्रेंस के जरिए जिला खेल अधिकारियों से सीधे  संवाद कायम कर विभागीय गतिविधियों की समीक्षा की। इस अवसर पर संयुक्त संचालक डॉ. विनोद प्रधान एवं श्री बी.एस. यादव सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
खेलो इंडिया खेल अधोसंरचना विकास एंव उन्नयन योजना के प्रस्ताव

भारत सरकार की खेलो इंडिया खेल अधोसंरचना विकास व उन्नयन योजना के अंतर्गत केंद्रीय सहायता के लिए प्रस्ताव की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वह विभागीय स्वामित्व की भूमि पर केंद्रीय सहायता हेतु शीघ्र प्रस्ताव प्रस्तुत करें। भारत सरकार द्वारा खेल अधोसंरचना को बढ़ावा देने के लिए उपलब्ध कराई जा रही केंद्रीय सहायता का प्रत्येक जिले को लाभ उठाना चाहिए। अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे अपने-अपने जिलों में शासकीय भूमि की व्यवस्था कर प्रस्ताव भेजें ताकि भारत सरकार की इस योजना का  अधिकतम खिलाड़ियों को लाभ दिलाया जा सके। जिले में अन्य विभाग, स्थानीय निकाय आदि अपनी खेल अधोसंरचनाएं खेल विभाग को हस्तांतरित करना चाहे तो इसकी जानकारी भी उपलब्ध कराई जाए। प्रदेश में निर्मित व निर्माणाधीन खेल अधोसंरचना के उपयोग व रख रखाव पर चर्चा कर आवश्यक निर्देश दिये गए। खेल इंडिया लघु केंद्र के प्रस्ताव तीन दिवस में भेजने के निर्देश दिए ।

खिलाड़ियों का बीमा

प्रदेश में राष्ट्रीय खिलाड़ियों को बीमा योजना का लाभ उपलब्ध कराया जा रहा है। बीमा योजना की समीक्षा में अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे यह सुनिश्चित करें कि राष्ट्रीय खिलाड़ियों को नियमानुसार बीमा का लाभ मिले।

खेल गतिविधियां

वीडियो कांफ्रेंस में जिला खेल अधिकारियों से जिला स्तर पर खेल गतिविधियों के प्रारंभ होने की जानकारी हासिल की गई। कोरोना संक्रमण प्रभावित कुछ जिलों को छोड़कर अधिकतर जिलों मे कोविड -19 की गाइड  लाइन के अनुसार खेल गतिविधियां प्रारंभ करने की जानकारी दी गई। युवा समन्वयकों (यूथ को-ऑर्डिनेटर) को नियमित रूप से सक्रिय रहकर कार्य करने, संविदा कर्मचारियों के ईपीएफ खाते खोलने के निर्देश दिए गए। जिला अधिकारियों से खेल मैदानों के रखरखाव, खेल उपकरणों की स्थिति और आवश्यकता तथा खेल अधोसंरचना के संबंध में विस्तृत चर्चा कर जानकारी प्राप्त की गई।