कृषकों को उच्च गुणवत्तायुक्त उर्वरक सहित कृषि की उन्नत तकनीक की जानकारी मिल सके इसके लिए विशेष पहल करते हुए छत्तीसगढ़ सरकार के कृषि विकास और किसान कल्याण विभाग द्वारा बेमेतरा जिला को इफ्को जिला घोषित किया गया है। इसके तहत इफ्को द्वारा स्वयं उत्पादित एवं आयातित उर्वरकों की आपूर्ति सीधे सहकारी समितियों को करेगी। इसका लाभ बेमेतरा जिला के कृषकों को मिलेगा। इसके साथ ही किसानों को उर्वरक का सीधा भण्डारण, फसल प्रदर्शन, प्रशिक्षण एवं दुर्घटना बीमा और उन्नत तकनीक की जानकारी मिल सकेगी।

इसका उद्देश्य मृदा स्वास्थ्य के आधार पर संतुलित उपयोग को बढ़ावा देना तथा कृषि लागत को कम करते हुए फसलों के उत्पादन तथा उत्पादकता में वृद्धि करना है। कार्यक्रम का क्रियान्वयन 2020 से 2023 तीन वर्षों का होगा। बेमेतरा जिला के कृषि विभाग के उपसंचालक कृषि ने बताया कि जिला स्तर पर क्रियान्वयन के लिए एक समिति का गठन किया गया है। इस समिति में उप संचालक कृषि अध्यक्ष, सहायक संचालक उद्यान, कृषि विज्ञान केन्द्र समन्वयक, उप पंजीयक सहाकारी संस्था, प्रबंधक जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक, जिला प्रबंधक सहकारी विपणन संघ सदस्य और इफ्को जिला प्रतिनिधि सचिव बनाया गया है। उपसंचालक कृषि ने बताया कि उर्वरक (नियंत्रण) आदेश 1985 के अनुसूची के आधार पर उर्वरकों की आपूर्ति इफ्को कंपनी द्वारा नियमानुसार उर्वरक उठाव करने वाले कृषकों का 4000 एवं अधिकतम एक लाख रूपये का स्वमेव दुर्घटना बीमा करने का प्रावधान है। इससे उर्वरकों के परिवहन व्यय भार में कमी होगी।