मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से आज यहां उनके निवास कार्यालय में विधायक जशपुर श्री विनय भगत ने सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान विधायक श्री भगत ने उन्हें स्थानीय महिला स्व-सहायता समूह द्वारा महुआ फूल से निर्मित ‘जशपुर मधुकम‘ सेनेटाईजर भेंट किया। मुख्यमंत्री ने प्राकृतिक रूप से निर्मित महुआ फूल के सेनेटाईजर को रसायनमुक्त होने के कारण बहुत उपयोगी बताया और इसके प्रसंस्करण में शामिल सिंगी महिला स्व-सहायता समूह के प्रयासों की सराहना की। सिंगी महिला स्व-सहायता समूह जशपुर नगर के समीप पनचक्की वन धन केन्द्र में कार्यरत् है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में लघु वनोपजों का संग्रहण बहुतायत में होता है। वनवासियों के हित को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार द्वारा लघु वनोपजों के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी का दायरा को भी बढ़ा दिया गया है। राज्य में वर्ष 2018 तक मात्र 7 लघु वनोपजों की खरीदी की जाती थी, जिसे बढ़ाकर अब 31 तक कर दी गई हैं। इससे आदिवासी-वनवासी संग्राहकों को वर्ष भर अधिक से अधिक लघु वनोपजों के संग्रहण का भरपूर लाभ मिलने लगा है। राज्य सरकार द्वारा लघु वनोपजों के संग्रहण के साथ-साथ प्रसंस्करण का लाभ दिलाने के लिए हरसंभव पहल की जा रही है। इनमें वनधन केन्द्रों के स्व-सहायता समूहों को प्रसंस्करण के लिए प्रोत्साहित कर आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही है। इनके फलस्वरूप राज्य में आदिवासी-वनवासी संग्राहकों को रोजगार के साथ-साथ आय का भरपूर अवसर मिलने लगा है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस दौरान महुआ फूल से सेनेटाईजर बना रहे महिला समूहों को इसके अन्य प्रसंस्करण कार्यों में भी प्रोत्साहित करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि लघु वनोपजों के संग्रहण के साथ प्रसंस्करण कार्य से समूहों को और अधिक मुनाफा होगा। मुख्यमंत्री को श्री विधायक श्री भगत ने सिंगी महिला स्व-सहायता समूह द्वारा महुआ फूल से सेनेटाईजर बनाने के अलावा महुआ लड्डू आदि के प्रसंस्करण कार्य में जुड़ने की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने यह जानकर खुशी व्यक्त की और वनोपजों के प्रसंस्करण कार्यों में सिंगी स्व-सहायता समूह की महिलाओं की रूचि और लगन की प्रशंसा की।