राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती वर्ष के समापन अवसर पर आज यहां मंत्रालय महानदी भवन में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया गया। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से गांधी प्रतिमा का अनावरण किया। इस अवसर पर मंत्रालय महानदी भवन परिसर में संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत सिंह भगत एवं प्रशासनिक अधिकारियों एवं गणमान्य नागरिकों ने महात्मा गांधी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया। पदम्श्री से सम्मानित भजन गायक श्री मदन चौहान ने बापू के प्रिय भजनों की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में भजन गायक पदम्श्री श्री मदन चौहान का सम्मानित किया गया। इस मौके पर श्री योगेन्द्र घृतलहरे द्वारा गांधी जी के जीवन आदर्श पर रचित छत्तीसगढ़ी गीतों की संकलन पुस्तिका का विमोचन किया गया।

इस अवसर पर मंत्री श्री अमरजीत सिंह भगत ने कहा कि मंत्रालय परिसर में स्थापित राष्ट्रपिता की प्रतिमा यहां कार्य कर रहे अधिकारियों-कर्मचारियों को प्रेरणा देती रहेगी। मंत्रालय में राज्य शासन की महत्वपूर्ण जनकल्याणकारी योजनाएं बनायी जाती है और उनका संचालन किया जाता है। इन योजनाओं के निर्माण में समाज के प्रत्येक वर्ग के, प्रत्येक नागरिक के हितों का ध्यान रखा जाता है। महात्मा गांधी ने जिस प्रकार सत्य, अहिंसा और सत्याग्रह की मदद से आमजन मानस को जोड़ते हुए देश की स्वतंत्रता में अभूतपूर्व योगदान दिया। उसी प्रकार राज्य की तरक्की और आमजन को सुविधाएं और लाभ पहुंचाने के लिए कार्य किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि गांधी जी विचारों के क्रियान्वयन का महत्वपूर्ण कार्य पंचायती राज के रूप में सत्ता का विकेन्द्रीकरण करके किया गया है। महात्मा गांधी के विचारों के अनुरूप कार्य करने पर समाज की तरक्की हो सकती है।

मुख्य सचिव श्री आर.पी.मण्डल ने मंत्रालयीन कर्मियों को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के स्थापना की शुभकामनाएं दी और उनके आदर्शो के अनुरूप कार्य करने की बात कही। उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य एवं नया रायपुर क्षेत्र में गांधी जी के विचारों के अनुरूप कराए जा रहे कार्यो की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मंत्रालय परिसर के इंद्रावती भवन में 60 महिला सदस्यों के स्वसहायता समूह द्वारा केंटिन का संचालन किया जा रहा है। जिससे समूह की महिलाएं आत्मनिर्भर बनी है। स्वसहायता समूह की 100 महिला सदस्य महिलाएं, जो पहले शहरी क्षेत्र में कचरा बिनने का काम करती थी, उन्हें नया रायपुर क्षेत्र में साफ-सफाई का काम सौंपा गया है। जिससे उनकी आजिविका में सुधार हुआ है। नया रायपुर क्षेत्र में स्थापित बाग-बगीचों की साफ-सफाई और सौन्दर्यीकरण का कार्य भी महिला समूह के सदस्यों द्वारा किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ की पारम्परिक व्यंजनों का स्वाद यहां आने वाले आम नागरिकों को मिल सके, इसके लिए मंत्रालय परिसर में ’गढ़कलेवा केंटिन’ की स्थापना की गई है, जिसे शीघ्र ही प्रारंभ किया जाएगा। इसका संचालन भी महिला समूहों द्वारा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश भर में 40 आजिविका केन्द्र बनाए गए है। जिनके माध्यम से लघु एवं कुटीर उद्योगों को बढ़ावा और ग्रामीण महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बापू के ’परहित सहिस धर्म नही कोई’ की भावना को ध्यान में रखते हुए आमजन को राहत पहुंचाने हर संभव प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने मंत्रालय परिसर को स्वच्छ रखने की शपथ लेने और सफाई कर्मचारियों का सम्मान करने की बात भी कही।

इस अवसर पर सचिव सामान्य प्रशासन डॉ. कमलप्रीत सिंह, श्री डी.डी. सिंह, सचिव संस्कृति श्री अन्बलगन पी., सचिव उच्च शिक्षा श्री धनंजय देवांगन, नया रायपुर विकास प्राधिकरण के सीईओ श्री अंकित आनंद सहित मंत्रालयीन अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।