चित्तौड़गढ़। मालवा मेवाड की सीमा पर मंडफिया राजस्थान भगवान कृष्ण सांवलिया सेठ के नाम से विराजमान है। प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालु मनोकामना लेकर यह आते है साथ ही पूरी करने पर गुप्त दान करके चले जाते है।

मालवा क्षेत्र के है एक सराफा व्यापारी गोपाल सोनी ने मीडिया को बताया कि एक व्यापारी ने सांवलिया सेठ की पोशाक तैयार करने के लिए फोन पर चर्चा की। रोज 8 से 10 घंटे काम करके 20 दिन में 3 किलो से अधिक चांदी कि पोशाक तैयार कर सोने की पॉलिश करके आकर्षक बनाया। और एक अक्टूबर को मंदिर में पुजारी को भेटकर पोशाक भगवान ने पहनी।

आपको बता दें सांवलिया सेठ राजस्थान में प्रसिद्ध कृष्ण धाम है । जिसका भव्य मंदिर और मनोकामना पूरी होने पर चढ़ाया जाने वाला दान राशि करोड़ों में होती है।