प्रतिवर्ष की भांति जिला मुख्यालय के साथ समस्त विकासखण्ड मुख्यालयों में विश्व दृष्टि दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में जन सामान्य को नेत्र दृष्टि की सुरक्षा के लिए बचने के उपाय एवं उपाचार के संबंध में जानकारी दी गई।
जिला अंधत्व नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी ने बताया है कि इस वर्ष विश्व दृष्टि दिवस दृष्टि में आश आखें अनमोल है की सदैव सुरक्षा करें के विषय पर जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। सभी विकासखण्डों के नेत्र सहायकों को जोड़कर अधीनस्थ ग्रामीणों को नेत्र सुरक्षा के उपाय के बारे में विचार विमर्श किया गया। कार्यक्रम में लोगों को बताया गया कि वे अपने छोटे बच्चों को दृष्टिहीनता से बचाव के लिए नियमित जांच कराएं। उन्हें विटामिनयुक्त खाद्य पदार्थ जैसे आम, पपीता, गाजर, अण्डे, मछली हरी सब्जी आदि का सेवन कराएं। बच्चों को दृष्टिदोष से बचाने के लिए उपचार कराएं। दृष्टिदोष होने पर चश्मा लगवाएं। बच्चों को आंखों की दुर्घटना से बचाने के लिए सावधानी रखें। आंखों को धूल-धूप, धुआं से बचाएं। आतिशबाजी, तीर कमान एवं अन्य नुकीले वस्तु के चोट से बचाएं। बच्चों के आंखों को स्वस्थ्य रखने के लिए प्रतिदिन आंखों की नियमित साफ-सफाई करें। इसके साथ ही बुजूर्गो का भी समय-समय पर आंख परीक्षण कराएं। जिला अंधत्व नियंत्रण कार्यक्रम की नोडल अधिकारी डॉ. श्रीमती रजत टोप्पो ने शासकीय, अर्द्धशासकीय संस्था, स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों, पंच, सरपंच, मितानिन व गांव के वरिष्ठ लोगों से अपील की है कि वे जिले में नेत्र सुरक्षा के लिए संचालित कार्यक्रमों में यथासंभव सहयोग करें।