छत्तीसगढ़ में कोरोना का पहला मरीज 18 मार्च को मिला था, इस तरह संक्रमण का एक साल शुक्रवार को पूरा हो गया। इस एक साल में कोरोना ने प्रदेश की राजधानी यानी रायपुर में सबसे ज्यादा  कुल मरीजों में 18.21 प्रतिशत रायपुर के ही हैं।

इसके विपरीत, पेंड्रा-गौरेला-मरवाही जिले में प्रदेश के सबसे कम (केवल 0.47 फीसदी। मरीज मिले हैं। नारायणपुर भी उन जिलों में शामिल हैं, जहां सबसे दूसरा कम केवल 1979 कोरोना के संक्रमितों की पहचान की गई है। रायपुर में 160 दिनों बाद शुक्रवार को भी सबसे ज्यादा 382 मरीज मिले, जबकि प्रदेश में 74 दिन बाद 1097 नए संक्रमित सामने आए। रायपुर में 4 समेत 9 मरीजों की मौत भी हुई है।

प्रदेश में पिछले साल 18 मार्च को कोरोना का पहला मरीज रायपुर में मिला था। एक साल के आंकड़ों को देखें तो पेंड्रा ही एकमात्र जिला है, जहां सबसे कम मरीज मिले हैं। मध्यप्रदेश से सटे जिले होने व विधानसभा का उपचुनाव होने के बावजूद संक्रमितों की संख्या ज्यादा नहीं बढ़ी है। पिछले माहभर में वहां केवल 30 मरीज मिले हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि पेंड्रा में घनी आबादी वाले शहर या गांव कम है। संभवत: यही कारण है कि वहां कोरोना केस कम आ रहे हैं।