भोपाल : प्रदेश में लगातार भ्रष्टाचार की सड़कें उखड़ने और आमजन की परेशानी को देखते हुए सीएम शिवराज सिंह ने राजधानी परियोजना प्रशासन को तत्काल बंद करने को कहा है.

वहीँ कॉंग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र गुप्ता ने कहा है कि

जेलों से भाग गये कैदी,क्या जेल विभाग भी बंद करेगी सरकार

भ्रष्ट अफसरों को दंडित करने की बजाय विभाग बंद करना ही घोटाला है?-

नगर निगम और पीडब्ल्यूडी की सत्यानाश सड़कों से नाराज होकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सीपीए यानी राजधानी परियोजना प्रशासन विभाग को ही बंद कर दिया यह नया सिस्टम है जिसके तहत मध्यप्रदेश में सरकार की असफलताओं पर पर्दा डालने की कोशिश हो रही है।
प्रदेश कांग्रेस मीडिया उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता ने कहा कि कल मध्य प्रदेश की मैहर जेल से दो कैदी फरार हो गए,तब जेल में मात्र एक महिला प्रहरी थी। कल ही सैलाना उपजेल से दो कैदी जेल फांद कर भाग गए तो क्या मध्यप्रदेश सरकार अब जेल विभाग भी बंद कर देगी? या जेल विभाग की कार्यशैली सुधारेगी यह मथ्यप्रदेश जानना चाहता है। अस्पतालों में क्राइसिस के समय दवाइयों और इंजेक्शनों की चोरी हो रही थी तो क्या इस नई प्रशासनिक पद्धति से मेडिकल कॉलेज बंद कर दिए जाने थे?
अधिकारियों को दंडित करने भ्रष्टाचारियों को पकड़ने और लूट खोरी की प्रथा को रोकने की बजाए विभाग बंद कर घपलों-घोटालों पर पर्दा डालने की पद्धति से प्रदेश की प्रशासनिक व्यवस्था और चरमरा जाएगी और भविष्य में आने वाली सरकारों को अराजकता का वातावरण झेलना पड़ेगा।
भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि सिंगाजी पावर प्लांट में कोयले की जगह आधे पत्थर सप्लाई हो रहे हैं ।सरकार बताये कि इस अपराध में प्रदेश सरकार कोयले की खदान बंद करेगी या पावर प्लांट?या इस घोटाले की जांच करायेगी? एमपी वांट्स टू नो।