• भू-जल संवर्धन मिशन जल संवर्धन की दिशा और दशा तय करेगा – डिप्टी सीएम अरुण साव* *उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने भू-जल संवर्धन मिशन की बारीकियों का दिया प्रेजेंटेशन
  • हाइड्रोलॉजिस्ट्स, कॉलोनाइजर्स, उद्योग समूह और विशेषज्ञों से डिप्टी सीएम साव ने जल संरक्षण पर किया मंथन, सीएम साय ने किया शुभारंभ

भू-जल संरक्षण को मिशन मोड में लॉन्च कर, जल संवर्धन में बड़ा काम करने वाली है साय-साव की जोड़ी : भू-जल संरक्षण से संबन्धित सारे विभागों के शीर्ष अधिकारियों और विशेषज्ञों के सामने डिप्टी सीएम साव का जल संवर्धन और जन भागीदारी पर प्रेजेंटेशन

रायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय एवं उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय भू-जल संवर्धन मिशन (शहरी) का शुभारंभ किया। इसके तहत प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में भू-जल और वर्षा जल के संरक्षण-संवर्धन के लिए मिशन मोड पर काम किए जाएंगे। कार्यक्रम के प्रथम चरण में उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित शुभारंभ कार्यक्रम में जल संवर्धन से संबंधित सभी विभाग के प्रमुख अधिकारियों, सभी नगर निगम के महापौर और आयुक्तों एवं विशेषज्ञों के सामने भू-जल संवर्धन मिशन (शहरी) के रोड मैप और जन भागीदारी पर प्रेजेंटेशन दिया और कैसे जन जागरूकता और प्रति व्यक्ति जिम्मेदारी से इस समस्या का समाधान किया जा सकता है इस पर प्वाइंट वाइज प्रेजेंटेशन दिया।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने मिशन के ब्रोशर का विमोचन और इस पर तैयार वीडियो भी लॉन्च किया। उन्होंने राज्य के नौ नगरीय निकायों में सेवाकाल के दौरान दिवंगत 18 कर्मचारियों के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति पत्र भी सौंपा। उन्होंने बताया कि यह मिशन प्रदेश के लिए जल संवर्धन की दिशा में मिल का पत्थर साबित होगा।उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री अरुण साव ने भू-जल संवर्धन मिशन के शुभारंभ के मौके पर आयोजित कार्यशाला में हाइड्रोलॉजिस्ट्स, कॉलोनाइजर्स, उद्योग समूह, वन विभाग, लोक निर्माण विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग तथा जल संसाधन विभाग के अधिकारियों और विशेषज्ञों से जल संरक्षण, इसके उपायों और परिणामों पर मंथन किया। अपने प्रेजेंटेशन में उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने बताया कि जल संरक्षण सिर्फ डयूटी नहीं हमारा संस्कार भी।उप मुख्यमंत्री श्री साव ने ऋग्वेद के श्लोक “आपो हिष्ठा मयो भुव:” का जिक्र करते हुए बताया कि जल कितना महत्वपूर्ण है, उन्होंने बताया कि जल ऐसी चीज है जिससे जीवन यापन की हर चीज बनाई जाती है पर जल नहीं बनाया जा सकता ये प्राकृतिक है सीमित है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में जल संकट की समस्या से निपटने पूरी सरकार मुस्तैदी से तैयार है। उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव और भारत के वाटरमैन के नाम से प्रसिद्ध श्री राजेन्द्र सिंह ने कार्यशाला में अपने विचार रखे तथा प्रतिभागियों के सवालों के जवाब भी दिए। गुजरात के सूरत म्युनिसिपल कार्पोरेशन की टीम ने वहां वर्षा जल के संचय और भू-जल रिचार्ज के लिए किए जा रहे कार्यों को साझा कियामुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय भू-जल संवर्धन मिशन (शहरी) के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जल के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। जल की पर्याप्त उपलब्धता की चिंता करते हुए नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा इस महत्वाकांक्षी मिशन की शुरूआत की जा रही है। मुख्यमंत्री साय ने उप मुख्यमंत्री अरुण साव के प्रेजेंटेशन और भू जल संवर्धन पर आयोजित कार्यक्रम के लिए उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव और नगरीय प्रशासन विभाग की प्रशंसा की। उन्होंने उम्मीद जताई कि वर्षा जल और भू-जल के संरक्षण व संवर्धन में यह मिशन मील का पत्थर साबित होगा। उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने शुभारंभ कार्यक्रम में कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर जल संरक्षण के लिए पूरे देश में अमृत सरोवरों के रूप में नए तालाबों का निर्माण और पुराने तालाबों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। आज मिशन के शुभारंभ के मौके पर चार घंटों तक विशेषज्ञों के साथ प्रभावी क्रियान्वयन पर संवाद किया है। उन्होंने बताया कि वर्षा जल के संचय, संरक्षण और भू-जल को रिचार्ज करने के उपायों पर विशेषज्ञों ने अभी चार घंटे तक चर्चा की है। वाटरमैन श्री राजेन्द्र सिंह और सूरत नगर निगम के विशेषज्ञों का मार्गदर्शन भी प्राप्त हुआ है।

उन्होंने कहा कि इस संवाद के दौरान जल के संरक्षण और संवर्धन के कार्यों को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने और राज्य में वर्षा के पैटर्न के अनुरूप फसल चक्र अपनाने की बातें प्रमुखता से आई हैं। श्री साव ने कहा कि आने वाले समय में शहरों में पेयजल और अन्य जरूरतों के लिए पानी की व्यवस्था की चुनौतियों को देखते हुए नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा इस मिशन को प्रारंभ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में पर्याप्त बारिश होती है। इसके सावधानीपूर्वक संचय और संवर्धन से हम पानी की दिक्कतों को दूर कर सकते हैं।

जल संसाधन मंत्री श्री केदार कश्यप ने भू-जल संवर्धन मिशन के शुभारंभ पर खुशी जताते हुए कार्यक्रम में कहा कि इस मिशन के तहत अनुकरणीय काम होंगे, ऐसी उन्हें उम्मीद है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में जनभागीदारी से जल संचय करने में छत्तीसगढ़ को पूरे देश में प्रथम स्थान मिला है। जल के महत्व को देखते हुए इसके स्रोतों के पुनर्भरण और रिचार्ज करने के लिए गंभीरता से काम करने की जरूरत है जिसके लिए यह मिशन उपयुक्त है और दीर्घकालिक है। जल संसाधन विभाग भी इस पर गंभीरता से काम कर रहा है। इस कार्यक्रम में जल संसाधन तथा रायपुर जिले के प्रभारी मंत्री श्री केदार कश्यप, विधायकगण सर्वश्री राजेश मूणत, सुनील सोनी, मोती लाल साहू, पुरन्दर मिश्रा, गुरू खुशवंत साहेब, इन्द्र कुमार साहू, रायपुर नगर निगम की महापौर श्रीमती मीनल चौबे और वाटरमैन के नाम से मशहूर श्री राजेन्द्र सिंह भी विशिष्ट अतिथि के रूप में शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल हुए।नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के सचिव डॉ. बसवराजु एस., संचालक श्री आर. एक्का और राज्य शहरी विकास अभिकरण (SUDA) के सीईओ श्री शशांक पाण्डेय सहित सभी नगर निगमों के महापौर, सभापति और आयुक्त, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों के अध्यक्ष एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारी, नगरीय निकायों के अभियंता, जल विशेषज्ञ, समाजसेवी, स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधि, नगरीय प्रशासन विभाग और सुडा के अधिकारी बड़ी संख्या में शुभारंभ कार्यक्रम में मौजूद थे।